दिल्ली में आए दिन धंस रही सड़कें, वाहन लेकर निकलना खतरे से खाली तो नहीं?

नई दिल्ली, 14 सितंबर (आईएएनएस)। संभल कर चलना कहीं सड़क न धंस जाए ! दिल्ली में बीते दिनों हुई तेज बरसात के बाद सड़कों पर जलभराव तो हुआ लेकिन पानी हटने के बाद अब सड़कें जमीन में धंसना शुरू हो गई हैं।
दिल्ली में आए दिन धंस रही सड़कें, वाहन लेकर निकलना खतरे से खाली तो नहीं?
दिल्ली में आए दिन धंस रही सड़कें, वाहन लेकर निकलना खतरे से खाली तो नहीं? नई दिल्ली, 14 सितंबर (आईएएनएस)। संभल कर चलना कहीं सड़क न धंस जाए ! दिल्ली में बीते दिनों हुई तेज बरसात के बाद सड़कों पर जलभराव तो हुआ लेकिन पानी हटने के बाद अब सड़कें जमीन में धंसना शुरू हो गई हैं।

दिल्ली में मंगलवार सुबह कॉपरनिकस मार्ग की सड़क का एक हिस्सा धंस गया। तो वहीं सोमवार रात करीब 9.30 बजे दक्षिणी दिल्ली अरविंदो मार्ग में एक सड़क धंस गई।

एनडीएमसी अधिक आने वाली कॉपरनिकस मार्ग पर धंसी सड़क को फिलहाल जेसीबी की मदद से गड्ढे को मिट्टी से भर यातायात को सुचारू रूप से चालू भी कर दिया गया है। वहीं आगले 2 से 3 दिनों में उसे पूरी तरह ठीक कर दिया जाएगा।

दिल्ली में जिस तरह सड़कें धंस रही हैं, इससे यह तो साफ हो चुका है कि यदि आप दिल्ली की सड़कों पर वाहन लेकर निकल रहें हैं, तो थोड़ा ध्यान से ही निकलें क्योंकि सड़कें अब आपका वजन झेलने लायक बची नहीं हैं।

दूसरी ओर अरविंदो मार्ग पर धंसी सड़क मंगलवार रात तक यूंही धंसी रही, हालांकि साइड में बैरीकेड जरूर लगा दिए हैं, ताकि राह चलता वाहन उसमें समा न जाए।

सोमवार रात हादसे की जानकारी मिलते ही विधायक सोमनाथ भारती, स्थानीय पुलिस, पीडब्ल्यूडी विभाग, और जल बोर्ड विभाग के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।

हालांकि स्थानीय लोगों के मुताबिक पीडब्ल्यूडी के अधिकारी आए तो थे और आश्वासन भी देकर गए हैं कि सड़क को जल्द ठीक कराएंगे।

जिस जगह यह सड़क धंसी है ठीक सड़क किनारे एक शिव हनुमान मंदिर भी है, जिसके प्रवेश द्वार भी सड़क में लगभग समा ही चुके हैं। सड़क धंसने से करीब 20-25 फीट लंबा और 10 फीट गहरा गड्ढा हो गया।

सड़क ने अपने आस पास बड़े वृक्षों की भी नींव कमजोर कर दी है। इतना ही हादसे के वक्त गड्ढे में डीटीसी की एक बस भी आधी फंस गई। वहीं बस के पीछे चल रही एक स्कूटी और बाइक भी गड्ढे में फंस गई।

लोगों की सूझ बूझ से सवारियों की जान तो बच गई, लेकिन सवाल यही उठता है क्या हम किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं ?

--आईएएनएस

एमएसके/एएनएम

Share this story