दिल्ली में नई शराब नीति वापस लिए जाने पर भाजपा ने जताई खुशी, कहा : यह जानता की जीत है

नई दिल्ली, 30 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली की आबकारी नीति से संबंधित हालिया विवाद पर केजरीवाल सरकार बैकफुट पर आ गई है, वहीं भाजपा ने अब आम आदमी पार्टी को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा इसे जानता की जीत बता रही है। जानकारी के अनुसार, दिल्ली सरकार 1 अगस्त से अगले 6 महीनों के लिए आबकारी नीति की पुरानी व्यवस्था को ही लागू कर दिया है।
दिल्ली में नई शराब नीति वापस लिए जाने पर भाजपा ने जताई खुशी, कहा : यह जानता की जीत है
दिल्ली में नई शराब नीति वापस लिए जाने पर भाजपा ने जताई खुशी, कहा : यह जानता की जीत है नई दिल्ली, 30 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली की आबकारी नीति से संबंधित हालिया विवाद पर केजरीवाल सरकार बैकफुट पर आ गई है, वहीं भाजपा ने अब आम आदमी पार्टी को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा इसे जानता की जीत बता रही है। जानकारी के अनुसार, दिल्ली सरकार 1 अगस्त से अगले 6 महीनों के लिए आबकारी नीति की पुरानी व्यवस्था को ही लागू कर दिया है।

इसके बाद भाजपा नेता मंजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, यह जानता की जीत है, केजरीवाल अपने पूंजीपतियों को दिल्ली के शराब के ठेकों का काम दिया था, जिसमें करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ। सीबीआई की जांच शुरू होने से सभी डरकर पीछे हटे और सरकार मजबूर हुई पुरानी नीति अपनाने को।

वहीं भाजपा के अन्य नेताओं ने कहा, दिल्ली भाजपा की बड़ी जीत हुई है, हमारा संघर्ष रंग लाया है जिसके चलते दिल्ली सरकार को विनाशकारी शराब नीति वापस लेनी पड़ी है। सीबीआई जांच के आदेश आते ही केजरीवाल सरकार ने वापस ली नई आबकारी नीति। मतलब साफ है, आप की नीति और नीयत दोनों खराब है।

केजरीवाल सरकार ने पिछले साल अपनी नई आबकारी नीति लागू की थी, जिसके तहत निजी संचालकों को ओपन टेंडर से खुदरा शराब बिक्री के लाइसेंस जारी किए गए थे। अब तक, नई पॉलिसी लागू होने के बाद दिल्ली के 32 जोन में कुल 850 में से 650 दुकानें खुल चुकी हैं।

उधर, एलजी वी.के. सक्सेना ने मुख्य सचिव की रिपोर्ट के बाद सीबीआई जांच की सिफारिश की है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि नई एक्साइज पॉलिसी में नियमों की अनदेखी कर टेंडर दिए गए।

--आईएएनएस

एमएसके/एसजीके

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