पाकिस्तान में हिल स्टेशन पर कारों में फंसे 21 पर्यटकों की मौत
पर्यटक बर्फबारी देखने हिल स्टेशन पर गए थे, जहां काफी भीड़ थी। शुक्रवार की रात सरकार ने मुरी और गलियत क्षेत्र में पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी। रशीद ने कहा, उन्हें सतरा मील टोल प्लाजा से आगे जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, सिवाय आपात स्थिति के।
शनिवार को मंत्री ने खुलासा किया कि अब तक 23,000 कारों को वापस लाया जा चुका है, जबकि बर्फ में फंसी 1,000 और कारों को बचाने के लिए अभियान जारी है। सड़कों को साफ करने के लिए भारी मशीनरी भी मंगवाई गई है। खबरों के मुताबिक, इस हफ्ते मुरी में करीब 140,000 वाहन दाखिल हुए।
शुक्रवार को सैकड़ों लोगों ने सड़कों पर रात गुजारी। रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थानीय निवासी फंसे हुए पर्यटकों के बीच गर्म कपड़े, कंबल और भोजन बांट रहे हैं।
मौतें इसलिए हुईं, क्योंकि सड़कें अवरुद्ध थीं और लोग घंटों तक अपनी कारों में फंसे रहे। वे अपने होटलों तक नहीं पहुंच सके।
इस बीच, पाकिस्तान के विपक्षी नेताओं ने संकट के दौरान सरकार की भूमिका पर सवाल उठाया है।
पीएमएल-एन के हमजा शाहबाज ने कहा, कहां थी सरकार? पीएम क्या कर रहे थे? वे तैयार क्यों नहीं थे।
पीपीपी के उपाध्यक्ष शेरी रहमान ने कहा कि सरकार को निश्चित रूप से खराब मौसम में गलियट [सिक] जाने वाले मार्गो पर पर्यटकों की बाढ़ के बारे में ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।
--आईएएनएस
एसजीके/एएनएम