पूर्वी निगम ने पार्कों के रखरखाव के लिए पीपीपी मॉडल पर आधारित योजना शुरू की

नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने निगम क्षेत्राधिकार में स्थित पार्कों की देखभाल के लिए पीपीपी मॉडल पर आधारित योजना की शुरूआत की है जिसके अंतर्गत पूर्वी निगम के अधीन पार्कों के लगभग 950 एकड़ क्षेत्र में से 15 प्रतिशत क्षेत्र अर्थात करीब 135 एकड़ को रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन को रख- रखाव के लिए दिया जाएगा।
पूर्वी निगम ने पार्कों के रखरखाव के लिए पीपीपी मॉडल पर आधारित योजना शुरू की
पूर्वी निगम ने पार्कों के रखरखाव के लिए पीपीपी मॉडल पर आधारित योजना शुरू की नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने निगम क्षेत्राधिकार में स्थित पार्कों की देखभाल के लिए पीपीपी मॉडल पर आधारित योजना की शुरूआत की है जिसके अंतर्गत पूर्वी निगम के अधीन पार्कों के लगभग 950 एकड़ क्षेत्र में से 15 प्रतिशत क्षेत्र अर्थात करीब 135 एकड़ को रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन को रख- रखाव के लिए दिया जाएगा।

इस कार्य के लिए पूर्वी निगम द्वारा संबंधित आरडब्ल्यूए को तीन महीने में प्राथमिकता के आधार पर भुगतान किया जाएगा। दरअसल पीपीपी मॉडल पर आधारित इस योजना को पूर्वी दिल्ली के महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल ने अग्रिम स्वीकृति दे दी है।

महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल ने बताया, इस योजना के तहत आरडब्ल्यूए को पार्क का रखरखाव का दायित्व दिया जाएगा और वही मालियों की नियुक्ति, पार्क की सिंचाई व्यवस्था, हरियाली एवं उसके सौंदर्यीकरण के लिए आवश्यक कार्य करवाएगा।

इसके लिए डीएसआर, सीपीडब्ल्यूडी के रेट के अनुसार पार्कों के रखरखाव के लिए संबंधित आरडब्ल्यूए को हर महीने 2.14 रुपए प्रति वर्ग मीटर की दर से भुगतान किया जाएगा।

दरअसल डीएसआर, सीपीडब्ल्यूडी के रेट समय समय पर संशोधित होते रहते हैं, इस प्रकार संशोधित दरों को पूर्वी निगम द्वारा भी लागू किया जाएगा।

महापौर ने बताया, यदि आरडब्ल्यूए अपने क्षेत्र के पार्कों के रखरखाव का कार्य करने में इच्छुक नहीं है तो जोन विशेष में इस कार्य विशेष से संबंधित एन जी ओ यह कार्य कर सकती है । हालांकि, इसके लिए इच्छुक एनजीओ को इस क्षेत्र में 3 वर्षों का अनुभव होना चाहिए। इसके साथ ही उसे संबंधित आरडब्ल्यूए से अनापत्ति पत्र लेना होगा।

उद्यान विभाग के अधिकारियों द्वारा समय समय पर पार्कों का निरीक्षण किया जाएगा ताकि पार्कों का उचित रखरखाव सुनिश्चित किया जा सके।

--आईएएनएस

एमएसके/आरजेएस

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