प्रोफेसर योगेश सिंह बने दिल्ली विश्वविद्यालय के नए कुलपति

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रोफेसर योगेश सिंह ने शुक्रवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के नए कुलपति के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया। प्रोफेसर योगेश सिंह नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के डायरेक्टर और विभिन्न विश्वविद्यालयों के वाइस चांसलर रह चुके हैं।
प्रोफेसर योगेश सिंह बने दिल्ली विश्वविद्यालय के नए कुलपति
प्रोफेसर योगेश सिंह बने दिल्ली विश्वविद्यालय के नए कुलपति नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रोफेसर योगेश सिंह ने शुक्रवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के नए कुलपति के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया। प्रोफेसर योगेश सिंह नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के डायरेक्टर और विभिन्न विश्वविद्यालयों के वाइस चांसलर रह चुके हैं।

दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति बनने से पहले प्रोफेसर योगेश सिंह दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) के कुलपति थे। गुरुवार 7 अक्टूबर को उन्हें डीटीयू के कुलपति पद से मुक्त कर दिया गया गया। इसके उपरांत शुक्रवार दोपहर उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति का पद ग्रहण किया।

दिल्ली विश्वविद्यालय में बीते लगभग 1 वर्ष से प्रोफेसर पीसी जोशी कार्यवाहक कुलपति के तौर पर काम कर रहे थे। प्रोफेसर पीसी जोशी ने योगेश सिंह को नए कार्यभार के लिए बधाई दी है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के नए वाइस चांसलर के रूप में प्रोफेसर योगेश सिंह ने शुक्रवार को अपना कार्यभार ग्रहण करने पर दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) ने भी उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी। डीटीए के अध्यक्ष डॉ. हंसराज सुमन ने आशा व्यक्त की है कि नए वीसी शिक्षकों, कर्मचारियों व छात्रों के लंबित मुद्दों को जल्द से जल्द हल करने की कोशिश करेंगे।

शिक्षकों का कहना है कि विज्ञान एवं तकनीकी विषय में एक्सपर्ट प्रोफेसर योगेश सिंह विज्ञान की शिक्षा को बढ़ावा देंगे। साथ ही आशा है कि वह वैज्ञानिक सोच को भी विश्वविद्यालय में और मजबूत करेंगे।

शिक्षकों ने कहा कि नए कुलपति से उम्मीद है कि वह पेंडिंग पड़ी हुई नियुक्तियों को पुन गति प्रदान करेंगे। जल्द से जल्द उन तमाम एडहॉक शिक्षकों को परमानेंट करें जो पिछले एक दशक से बिना किसी स्थायी नियुक्ति के बावजूद विश्वविद्यालय की शिक्षा के स्तर को बचाने में सफल रहे हैं।

शिक्षा के क्षेत्र में और कुलपति के रूप में प्रोफेसर योगेश सिंह का लंबा अनुभव है। यह डीयू के लिए अच्छा संकेत है। प्रोफेसर योगेश सिंह ऐसे समय में डीयू की बागडोर संभाल रहे हैं जब नई शिक्षा नीति को लागू किया जा रहा है। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों ने उम्मीद जताई है कि नए कुलपति छात्रों के लिए शिक्षकों के साथ मिलकर ऐसा पाठ्यक्रम तैयार कराएंगे, जिसे पूरा करने के बाद छात्रों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।

इससे पहले प्रोफेसर योगेश सिंह दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी में शिक्षा को रोजगार से जोड़कर छात्रों को अपने पैरों पर खड़ा करने का काम कर चुके हैं।

दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने बुधवार शाम योगेश सिंह को डीटीयू से कार्यमुक्त किए जाने के आदेश को मंजूरी थी। उपराज्यपाल द्वारा स्वीकृत किए गए आदेश में कहा गया कि योगेश सिंह 7 अक्टूबर को डीटीयू का कार्यभार छोड़ देंगे ताकि वह दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति का कार्यभार संभाल सकें। राष्ट्रपति ने 22 सितंबर को दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति पद के लिए प्रोफेसर योगेश सिंह के नाम को मंजूरी दी थी।

--आईएएनएस

जीसीबी/एएनएम

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