बुलडोजर की राजनीति : दिल्ली कांग्रेस ने भाजपा और आप के बीच साठगांठ का लगाया आरोप

नई दिल्ली, 14 मई (आईएएनएस)। दिल्ली निकाय चुनावों से पहले बुलडोजर की राजनीति को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में खूब बवाल हो रहा है। दिल्ली में भाजपा शासित नगर निकाय ने जहांगीरपुरी में अवैध दुकानों और घरों पर बुलडोजर चलाया। इसके बाद शाहीन बाग समेत कई जगहों पर अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू किया गया। इस अभियान को लेकर भाजपा, आप और कांग्रेस आमने-सामने हैं।
बुलडोजर की राजनीति : दिल्ली कांग्रेस ने भाजपा और आप के बीच साठगांठ का लगाया आरोप
बुलडोजर की राजनीति : दिल्ली कांग्रेस ने भाजपा और आप के बीच साठगांठ का लगाया आरोप नई दिल्ली, 14 मई (आईएएनएस)। दिल्ली निकाय चुनावों से पहले बुलडोजर की राजनीति को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में खूब बवाल हो रहा है। दिल्ली में भाजपा शासित नगर निकाय ने जहांगीरपुरी में अवैध दुकानों और घरों पर बुलडोजर चलाया। इसके बाद शाहीन बाग समेत कई जगहों पर अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू किया गया। इस अभियान को लेकर भाजपा, आप और कांग्रेस आमने-सामने हैं।

कांग्रेस और आप के स्थानीय नेताओं ने शाहीन बाग में इस अभियान का विरोध किया है। शुक्रवार को आप के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर कहा कि इस अभियान को रोका जाए क्योंकि इससे 60 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हो रहे हैं।

कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने इस अभियान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, विकास, प्रगति, समृद्धि, शिक्षा, विद्यालय, सड़कें, अस्पताल, रोजगार, कृषि के मुद्दे अब हमारे देश में चुनावी मुद्दे नहीं हैं। भाजपा उन मुद्दों को नहीं देख रही है जो देश के लिए प्रासंगिक हैं।

उन्होंने आगे कहा, भाजपा ने कुछ मुद्दे पहले से तय किए हुए हैं। जिसमें कब्रिस्तान, बुलडोजर, लाउडस्पीकर, मंदिर बनाम मस्जिद बनाम चर्च बनाम गुरुद्वारा, सड़कों और स्मारकों के नाम बदलना, कपड़ों और खाने की आदतों के आधार पर विभाजन पैदा करना आदि शामिल हैं।

उत्तर प्रदेश से शुरू हुई बुलडोजर की राजनीति अब पूरे भारत में नया मोड़ ले रही है।

भाजपा नेता आदेश गुप्ता ने हिंसक झड़पों के लिए बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को जिम्मेदार ठहराया, और उत्तरी दिल्ली के मेयर से क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए कहा। बाद में उन्होंने अन्य दो महापौरों से भी अतिक्रमण हटाने को कहा।

राष्ट्रीय राजधानी में अतिक्रमण हटाओ अभियान के विरोध में एक दर्जन से ज्यादा नागरिक समाज संगठनों और राजनीतिक दलों ने 11 अप्रैल को उपराज्यपाल अनिल बैजल के आवास के पास जुलूस निकालने की कोशिश की, लेकिन पुलिस बल ने उन्हें एलजी के आवास की ओर जाने वाली सड़क से पहले ही रोक दिया।

प्रदर्शनकारियों में सीपीआई, सीपीआई (एम), सीपीआई (एमएल), एआईएफबी और आरएसपी जैसे वामपंथी संगठन भी शामिल थे।

अखिल भारतीय किसान महासभा के सचिव पुरुषोत्तम मिश्रा ने आईएएनएस को बताया, यह देश के गरीबों के खिलाफ की गई कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन है। यह अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई नहीं है, बल्कि हिंदू और मुस्लिम समुदायों को बांटने की कोशिश है और कॉरपोरेट्स को लूटने का अभियान है।

उन्होंने कहा, सरकार सांप्रदायिक राजनीति कर आम आदमी का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। हम इसके खिलाफ पूरे देश में आवाज उठाएंगे। हम पूरे मई प्रदर्शन करेंगे।

स्थानीय आप विधायक अमानतुल्ला खान को गुरुवार को एमसीडी अधिकारियों को रोकने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उन्हें शुक्रवार को जमानत मिल गई थी।

कांग्रेस नेता परवेज आलम खान को पुलिस ने हिरासत में लिया था, उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा विरोध शुरू करने के बाद स्थानीय विधायक देर से आए, उन्हें प्रशासन से बात करनी चाहिए थी लेकिन आप और भाजपा के बीच मैच फिक्स हैं।

उन्होंने कहा, आदेश गुप्ता (दिल्ली भाजपा प्रमुख) आदेश क्यों जारी कर रहे हैं, इसका मतलब महापौर अक्षम हैं।

--आईएएनएस

पीके/आरएचए

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