भगवान परशुराम के नवनिर्मित मंदिर का फरसा गिरा, मंत्री ने ली चुटकी
मंदिर के सामने 68 फीट का एक फरसा लगाया गया था जो कि तेज हवाओं के कारण को गिरकर क्षतिग्रस्त हो गया। फरसा गिरने पर योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी की चुटकी ली है। पाठक ने इसको लेकर एक ट्वीट किया है।
प्रदेश सरकार में विधि, कानून तथा ग्रामीण अभियंत्रण मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि मंदिर में फरसा गिरना तो सपा के लिए भारी अपशगुन है। कुपित हुए भगवान परशुराम। फरसा गिरा। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव द्वारा विद्वेष पूर्ण भावना से भगवान परशुराम जी के मंदिर में लगाये गए फरसे का गिर जाना, समाजवादी पार्टी के लिए भारी अपशगुन साबित होगा।
सुल्तानपुर के लंभुआ से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक संतोष पाण्डेय ने बताया कि भगवान परशुराम के मंदिर प्रांगण में का 68 फीट का फरसा लगाया गया था। अब फरसे की भव्यता को विस्तार देना है। उसमें एलईडी लाइट थता रेडियम लगाने के नीचे उतारा गया है। कुछ लोग फरसा गिर जाने की अफवाह उड़ा रहे हैं। हम तो भगवान परशुराम के मंदिर परिसर और भव्य बनाएंगे।
मंदिर प्रबंधन से जुड़े लोगों का कहना है कि फरसे में लाइट लगाने और उसे पेंट करने के लिए उतारा गया है। यहां फरसा गिरा नहीं है। मंदिर के उद्घाटन के कारण जल्दी में उसे लगा दिया गया था। उसमें अभी कुछ काम बाकी था जिसके लिए उतारा गया है। मंदिर निर्माण का कार्य देख रहे राम विलास ने बताया कि पेंट और अन्य काम के बाद फरसा लगाया जाएगा। फरसा 68 फीस का है, उसको स्तंभ से जेसीवी से उतारा गया है।
गौरतलब है लखनऊ के गोसाईंगंज के महुरा कला गांव में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के समीप भगवान परशुराम के मंदिर के सामने लगा 68 फुट ऊंचा फरसा सोमवार को गिर गया। सुल्तानपुर में लम्भुवा के पूर्व विधायक संतोष पाण्डेय ने भगवान परशुराम के इस मंदिर का निर्माण करवाया है। इस मंदिर के प्रांगण में इस फरसे को स्थापित कराया था। मंदिर का उद्घाटन बीती दो जनवरी को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पूजन-अर्चन से किया था। माना जा रहा है कि अखिलेश यादव ने ब्राह्मण कार्ड खेलने के प्रयास में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के किनारे भगवान परशुराम के इस मंदिर को बनवाया है।
--आईएएनएस
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