भारत में विदेशी कंपनियों के लिए काम करने के हैं पर्याप्त अवसर : लोकसभा अध्यक्ष

सिंगापुर/नई दिल्ली, 27 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत में उभरते नए आर्थिक अवसरों का जिक्र करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि भारत में विदेशी कंपनियों के लिए काम करने के पर्याप्त अवसर हैं तथा भारत विश्व सप्लाइ चेन, आधारभूत सरंचना, फिनटेक, नवीकरणीय ऊर्जा, स्मार्ट सिटी, सूचना प्रौद्योगिकी, स्टार्ट-अप तथा अनुसंधान और विकास जैसे क्षेत्रों में सिंगापुर के साथ व्यापक सहयोग के लिए तत्पर हैं।
भारत में विदेशी कंपनियों के लिए काम करने के हैं पर्याप्त अवसर : लोकसभा अध्यक्ष
भारत में विदेशी कंपनियों के लिए काम करने के हैं पर्याप्त अवसर : लोकसभा अध्यक्ष सिंगापुर/नई दिल्ली, 27 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत में उभरते नए आर्थिक अवसरों का जिक्र करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि भारत में विदेशी कंपनियों के लिए काम करने के पर्याप्त अवसर हैं तथा भारत विश्व सप्लाइ चेन, आधारभूत सरंचना, फिनटेक, नवीकरणीय ऊर्जा, स्मार्ट सिटी, सूचना प्रौद्योगिकी, स्टार्ट-अप तथा अनुसंधान और विकास जैसे क्षेत्रों में सिंगापुर के साथ व्यापक सहयोग के लिए तत्पर हैं।

उन्होंने आगे कहा कि प्रतिरक्षा एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी सहयोग के पर्याप्त अवसर हैं, जिनका लाभ सिंगापुर की कंपनियां एवं उद्यमी उठा सकते हैं।

भारतीय संसदीय शिष्टमंडल के साथ दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के दौरे के छठे दिन सिंगापुर के एमिरेट्स सीनियर मिनिस्टर गोह चोक टोंग से द्विपक्षीय बैठक के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ने आसियान-भारत संबंधों को बढ़ावा देने में सिंगापुर द्वारा निभाई गई सकारात्मक भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि दोनों देशों के आपसी संबंध लोगों के मजबूत आपसी संपर्को तथा साझे हितों के बल पर लगातार सशक्त हो रहे हैं।

संसदीय कूटनीति पर जोर देते हुए बिरला ने कहा कि दोनों देशों की संसदों के शिष्टमंडलों के दौरों को बढ़ावा देने के लिए द्विपक्षीय संसदीय मैत्री समूह की स्थापना पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा की लोकतांत्रिक देशों की संसदों के बीच नियमित संवाद पूरे विश्व में लोकतंत्र को सशक्त करने के लिए एक आवश्यक कदम है।

भारत और सिंगापुर के बीच घनिष्ठ एवं सशक्त आर्थिक व्यापारिक संबंध के विषय में बोलते हुए बिरला ने कहा कि दोनों देशों के प्रयासों से एफडीआई एवं द्विपक्षीय व्यापार में निरंतर वृद्धि हो रही है और द्विपक्षीय व्यापारिक हितों के लिए भारत-सिंगापुर व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है।

सिंगापुर में बड़ी संख्या में भारतीय नागरिकों के काम करने और सिंगापुर की आर्थिक समृद्धि में उनके योगदान का उल्लेख करते हुए बिरला ने आशा व्यक्त की कि सिंगापुर भविष्य में भी भारतीय मूल के लोगों के लिए सुविधाजनक स्थान बना रहेगा।

--आईएएनएस

एसटीपी/एसजीके

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