मप्र में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान, सर्वे कराएगी सरकार
राज्य में बीते तीन-चार दिन से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। इसके चलते कहीं-कहीं भारी बारिश हुई है इसके अलावा ओले भी गिरे हैं। इस वजह से जहां मंडियों में रखी धान की उपज पर असर पड़ा है तो वही खेतों में फसलें भी प्रभावित हुई हैं। ओलावृष्टि से राज्य के कई हिस्सों में फसलों को नुकसान की बात सामने आ रही है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान पर चिंता जाहिर की है साथ ही सरकार से प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग उठाई है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी किसानों को भरोसा दिलाया है कि सरकार उनके साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि कई जिलों के गांव में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ओलावृष्टि से जहां जहां किसानों की फसलें बर्बाद हुई उनका तत्काल सर्वे व क्षति का आकलन करें इसके बाद राहत राशि दी जाएगी। फसल बीमा योजना का लाभ मिले इसके भी निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने आगे कहा है कि संकट की घड़ी में प्रदेश सरकार हमेशा किसान भाई बहनों के साथ खड़ी रही है अभी भी मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि संकट की इस घड़ी में हम आपके साथ हैं और आप सभी को इस से बाहर निकाल कर ले जाएंगे ,किसी को किसी प्रकार की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
बताया गया है कि बीते कुछ दिनों में हुई बारिश के साथ ओलावृष्टि में गेहूं और चना की फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। इसके अलावा मंडियों में रखी धान की उपज भी प्रभावित हुई है। किसान पहले से ही कई समस्याओं से जूझ रहा है और इस ओलावृष्टि ने उसकी मुसीबत को और बढ़ाने का काम किया है।
--आईएएनस
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