मोदी ने भारतीय वायुसेना को सौंपा एलसीएच
प्रधानमंत्री ने रानी लक्ष्मी बाई की 193वीं जयंती मनाने के लिए झांसी में राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व के समापन दिवस पर भारत डायनेमिक्स के तहत एक प्लांट की आधारशिला भी रखी, जिसे झांसी में टैंक रोधी निर्देशित मिसाइलों के लिए प्रणोदन प्रणाली बनाने के लिए 400 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किया जाएगा।
उन्होंने झांसी में 600 मेगावाट के अल्ट्रा-मेगा सोलर पार्क की आधारशिला भी रखी, जिसे शहर को सोलर हब में बदलने के लिए बनाया गया है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर में प्रभावी लड़ाकू भूमिकाओं के लिए उन्नत तकनीकों और चुपके सुविधाओं को शामिल किया गया है।
एलसीएच को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है। यह दुनिया का एकमात्र अटैक हेलिकॉप्टर है, जो 5,000 मीटर की ऊंचाई पर हथियारों और ईंधन के काफी भार के साथ उतार और टेक-ऑफ कर सकते हैं।
एलसीएच में प्रभावी लड़ाकू भूमिकाओं के लिए उन्नत तकनीकों और चुपके सुविधाओं को शामिल किया गया है।
प्रधानमंत्री ने भारतीय स्टार्टअप द्वारा विकसित ड्रोन सेना को सौंपे और भारतीय नौसेना को विध्वंसक, विमान वाहक और फ्रिगेट के लिए उन्नत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध सूट भी सौंपे।
इस अवसर पर बोलते हुए, प्रधानमंत्री ने वीरता की भूमि झांसी को श्रद्धांजलि अर्पित की और स्वतंत्रता संग्राम में रानी लक्ष्मीबाई के योगदान को याद किया।
उन्होंने कहा, पिछले साल देव दीपावली पर, मैं काशी में था और आज मैं यहां राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व पर हूं। दोनों अवसर मेरे लिए अद्वितीय हैं।
प्रधानमंत्री ने रानी लक्ष्मीबाई, झलकारी बाई और मेजर ध्यानचंद सहित झांसी के नायकों को भी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
--आईएएनएस
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