यमन के सैनिकों ने हाउतियों के नियंत्रण वाले तेल समृद्ध प्रांत पर फिर किया कब्जा

अदन, 11 जनवरी (आईएएनएस)। यमन के सैनिकों ने भारी लड़ाई के बाद तेल समृद्ध प्रांत शबवा पर हाउती मिलिशिया से कब्जा करने की घोषणा की है।
यमन के सैनिकों ने हाउतियों के नियंत्रण वाले तेल समृद्ध प्रांत पर फिर किया कब्जा
यमन के सैनिकों ने हाउतियों के नियंत्रण वाले तेल समृद्ध प्रांत पर फिर किया कब्जा अदन, 11 जनवरी (आईएएनएस)। यमन के सैनिकों ने भारी लड़ाई के बाद तेल समृद्ध प्रांत शबवा पर हाउती मिलिशिया से कब्जा करने की घोषणा की है।

दक्षिणी जायंट्स ब्रिगेड ने बयान में कहा, 10 दिनों के क्रूर सशस्त्र टकराव के बाद, हाउती विद्रोही आतंकवादियों को शबवा के सभी जिलों से बाहर कर दिया गया है।

सरकार समर्थक सैमिकों ने बताया कि शबवा में विद्रोहियों के खिलाफ सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन के सहयोग से बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान शुरू किए गए।

शबवा में सैन्य सूत्रों के अनुसार, सैनिकों ने तीन दिशाओं से अंतिम हाउती-नियंत्रित ईन जिले में प्रवेश किया, जिसमें कई मिलिशिया सदस्य मारे गए जबकि दर्जनों भाग गए।

यमन के सैन्य सूत्रों ने सिन्हुआ को पुष्टि की है कि हाउती बड़े सैन्य अभियान का सामना करने में विफल रहे और उन्हें शबवा में रणनीतिक क्षेत्रों से हटने के लिए मजबूर किया गया।

सूत्रों ने कहा कि सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा हाउतियों के खिलाफ एक तीव्र बमबारी की गई। शबवा में उनकी साइटों को नष्ट कर दिया और सरकार समर्थक सैमिकों को तेजी से जमीनी सैन्य प्रगति हासिल करने में सक्षम बनाया।

सितंबर 2021 में ईरान समर्थित हाउतियों ने युद्ध के मैदान में पर्याप्त प्रगति की। अल-बायदा और मारिब के अधिकांश क्षेत्रों पर कब्जा करने के बाद शबवा में बेहान और अन्य प्रमुख क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया।

यमन एक गृहयुद्ध में फंस गया है क्योंकि हाउती मिलिशिया ने 2014 में देश के अधिकांश हिस्सों पर सैन्य रूप से कब्जा कर लिया था और राजधानी सना सहित सभी उत्तरी प्रांतों को जब्त कर लिया था।

सऊदी अरब एक अरब सैन्य गठबंधन का नेतृत्व कर रहा है जिसने 2015 में यमन में राष्ट्रपति अब्द-रब्बू मंसूर हादी की सरकार का समर्थन करने के लिए हस्तक्षेप किया था, जब हाउती ने उन्हें निर्वासन के लिए मजबूर किया था।

--आईएएनएस

एसएस/आरजेएस

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