यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में सीएम धामी ने कहा - भ्रष्टाचारियों को पकड़ना है पहली प्राथमिक

देहरादून, 26 जुलाई (आईएएनएस)। यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा बयान दिया है। सीएम धामी ने कहा है कि उनके निर्देश के बाद मामले में त्वरित कार्रवाई की गई है। अन्य आयोगों की भी शिकायतें मिल रही हैं। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में सीएम धामी ने कहा - भ्रष्टाचारियों को पकड़ना है पहली प्राथमिक
यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में सीएम धामी ने कहा - भ्रष्टाचारियों को पकड़ना है पहली प्राथमिक देहरादून, 26 जुलाई (आईएएनएस)। यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा बयान दिया है। सीएम धामी ने कहा है कि उनके निर्देश के बाद मामले में त्वरित कार्रवाई की गई है। अन्य आयोगों की भी शिकायतें मिल रही हैं। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

दरअसल, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में हुए पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा करते हुए पुलिस अब तक 6 लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है। वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सरकार की पीठ थपथपाते हुए इसे भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार बताया है। हालांकि, मामले की जांच अभी तक पूरी नहीं हुई है। ऐसे में पास हुए अभ्यर्थियों को जांच पूरी होने तक इंतजार करना पड़ेगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूकेएसएसएससी में हुए भ्रष्टाचार को लेकर बड़ा बयान देते हुए सरकार की रणनीति व पारदर्शिता को पूरी तरह स्पष्ट कर दिया है। सीएम ने कहा है कि अभी और भी कई शिकायतें मिल रही हैं, जिन पर सरकार कार्रवाई के लिए तैयार है। सरकार पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष होकर काम कर रही है। इस घोटाले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निदेशरें के बाद दो दिन के भीतर एसटीएफ ने मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपियों को दबोच लिया है। मामले की विवेचना जारी है।

एसटीएफ ने इस मामले में अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं दूसरी तरफ आयोग ने इस भर्ती प्रक्रिया को यहीं पर रोक दिया है। अब जब जांच पूरी होगी। उसके बाद ही इस भर्ती प्रक्रिया में कुछ आगे हो पाएगा।

916 अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में, जांच एजेंसी पर टिका भविष्य:

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा दिसंबर 2021 में 4 और 5 दिसंबर को आयोजित कराई गई ग्रेजुएट लेवल की परीक्षा में 916 पदों के लिए तकरीबन 1 लाख 90 हजार लोगों ने परीक्षा दी थी। इस परीक्षा का रिजल्ट भी आउट हो गया था। जिसके बाद डॉक्यूमेंटेशन की कार्रवाई चल रही थी। लेकिन इस परीक्षा में पेपर लीक की शिकायत के बाद हुई कार्रवाई में पुलिस से पता लगा है कि इस परीक्षा में बड़े स्तर पर पेपर लीक किया गया।

जिसके बाद परीक्षा में पास हुए सभी 916 अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में लटक गया है। आयोग का इस मामले में कहना है कि जब तक जांच चलेगी, तब तक इस परीक्षा में पास हुए अभ्यर्थियों की आगे की प्रक्रिया रोक दी गई है। जैसे ही मामला खुल जाएगा, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। साफ है इन बच्चों का भविष्य कहीं ना कहीं पुलिस की जांच पर भी निर्भर कर रहा है।

क्या कैंसिल होगी आयोग की आने वाली परीक्षाएं:

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद युवा परेशान हैं। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में आवेदन करने वाला हर एक अभ्यर्थी इस वक्त यूकेएसएसएससी से जुड़ी अपडेट को लेकर चिंतित है।

पेपर लीक से जुड़ी आउटसोर्स एजेंसी पर कार्रवाई:

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा 4 और 5 दिसंबर को ग्रेजुएट लेवल के 916 पदों के लिए कराई गई परीक्षा के पेपर लीक मामले में यूकेएसएसएससी के साथ टेक्निकल सपोर्ट के लिए काम करने वाली आउटसोसिर्ंग एजेंसी आरएमएस टेक्नोसोल्यूशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के कंप्यूटर ऑपरेटर जय जीत दास का नाम सामने आया है। इसके बाद आउटसोसिर्ंग एजेंसी पर सवाल खड़े होने लाजमी है।

--आईएएनएस

स्मिता/एएनएम

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