यूपी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस विधायक अदिति सिंह और बसपा विधायक वंदना सिंह भाजपा में शामिल (लीड-1)

लखनऊ, 24 नवम्बर(आईएएनएस)। यूपी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और बसपा को एक और झटका लगा है। रायबरेली की सदर सीट से कांग्रेस की बागी विधायक अदिति सिंह और आजमगढ़ के सगड़ी सीट से बसपा विधायक वंदना सिंह ने बुधवार को भाजपा की सदयस्ता ली है।
यूपी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस विधायक अदिति सिंह और बसपा विधायक वंदना सिंह भाजपा में शामिल (लीड-1)
यूपी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस विधायक अदिति सिंह और बसपा विधायक वंदना सिंह भाजपा में शामिल (लीड-1) लखनऊ, 24 नवम्बर(आईएएनएस)। यूपी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और बसपा को एक और झटका लगा है। रायबरेली की सदर सीट से कांग्रेस की बागी विधायक अदिति सिंह और आजमगढ़ के सगड़ी सीट से बसपा विधायक वंदना सिंह ने बुधवार को भाजपा की सदयस्ता ली है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के समक्ष पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में बुधवार को शाम दोनों नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान सदस्यता समिति के प्रमुख लक्ष्मीकांत बाजपेयी मौजूद थे।

इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र की विधायक अदिति सिंह कांग्रेस व प्रियंका गांधी वाड्रा को कड़ी टक्कर देंगी। वहीं सगड़ी आजमगढ़ से बसपा विधायक वंदना सिंह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को टक्कर देंगी।

2017 के चुनाव में अदिति पिता की राजनीतिक विरासत की वारिस बनीं। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर वे विधायक बनीं। हालांकि, तकरीबन डेढ़ साल से उन्होंने खुद को वैचारिक तौर पर कांग्रेस से अलग कर रखा था। साथ ही पार्टी के विरुद्ध बगावती बयान भी देती रहीं। इस दौरान सत्तारूढ़ दल से उनकी नजदीकियां बढ़ती गईं।

ज्ञात हो कि कांग्रेस विधायक पिछले कई महीनों से भाजपा की प्रशंसा और कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना करती रही हैं। इसके लिए उन्हें कांग्रेस की तरफ से नोटिस भी दिया जा चुका है। बीते दिनों उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए उन्हें सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री बताया था और उनकी टीम में शामिल होने की इच्छा जताई थी। उन्होंने कहा था कि वह टीम योगी का हिस्सा बनकर अपने विधानसभा के लोगों के लिए और बेहतर कर सकती हैं।

अदिति सिंह ने कांग्रेस द्वारा यूपी चुनाव में 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देने की घोषणा करने पर कहा था कि वह स्टंट कर रही हैं। अगर प्रियंका वाकई महिलाओं के लिए काम करना चाहती हैं तो उन्हें अपने निजी सचिव संदीप सिंह के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जिन पर महिलाओं से छेड़छाड़ के मामले दर्ज हैं।

--आईएएनएस

विकेटी/एएनएम

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