लखीमपुर खीरी हिंसा में और 2 लोग हिरासत में लिए गए
वह कथित तौर पर काफिले में वाहन चला रहा था, जो मिश्रा की एसयूवी के ठीक पीछे थी। ड्राइवर पर अंकित दास को मौके से भागने में मदद करने का भी आरोप है।
इस बीच, मिश्रा के एक अन्य सहयोगी, जिसे अपराध स्थल पर मौजूद बताया गया है, उसे भी हिरासत में लिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने आरोपियों के नामों का खुलासा नहीं करते हुए कहा कि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
अंकित के चाचा अखिलेश दास कांग्रेस सांसद और बसपा के राष्ट्रीय महासचिव रहे थे। 2017 में उनका निधन हो गया।
अंकित, आशीष मिश्रा और उनके पिता का करीबी बताया जाता है।
एक अधिकारी ने कहा कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के एक दिन बाद एक वीडियो वायरल होने से अंकित दास का नाम सामने आया।
वीडियो में, एक व्यक्ति, जिसके सिर पर चोट है, यह दावा करते हुए दिखाई दे रहा है कि वह दास के साथ दूसरी एसयूवी में था।
वीडियो में एक पुलिसकर्मी भी दिखाई दे रहा है जो माइक्रोफोन पकड़े हुए है और घायल व्यक्ति से घटना के बारे में पूछ रहा है। वह पुलिस को बताता है कि वाहन अंकित दास का था।
घायल व्यक्ति को पुलिस को यह कहते हुए सुना जा रहा है कि वह लखनऊ के चारबाग इलाके में रहता है और अंकित दास के साथ काम पर खीरी गया था।
--आईएएनएस
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