संघ पर दिग्विजय और भाजपा में बढ़ी तकरार

भोपाल, 11 जनवरी (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा दिए गए बयान ने राज्य की सियासत को गर्मा दिया है। सिंह ने आरएसएस को दीमक बताया तो भाजपा ने हमले तेज कर दिए। वहीं कांग्रेस की ओर से कोई बड़ा नेता इस मामले पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।
संघ पर दिग्विजय और भाजपा में बढ़ी तकरार
संघ पर दिग्विजय और भाजपा में बढ़ी तकरार भोपाल, 11 जनवरी (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा दिए गए बयान ने राज्य की सियासत को गर्मा दिया है। सिंह ने आरएसएस को दीमक बताया तो भाजपा ने हमले तेज कर दिए। वहीं कांग्रेस की ओर से कोई बड़ा नेता इस मामले पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इंदौर में युवक कांग्रेस के कार्यक्रम में कहा था कि संघ दीमक की तरह काम करता है, जो बाहर से दिखाई नहीं देता। घर में जब दीमक लगती है तो बाहर से दिखाई नहीं देती। उसी तरह संघ भी काम करता है।

दिग्विजय सिंह का यह बयान सामने आने के बाद भाजपा हमलावर हो गई है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि आरएसएस दुनिया का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन है, जो 24 घंटे देश के बारे में विचार करता है और समाज के लिए काम करता है। ऐसे संगठन पर दिग्विजय सिंह जैसे लोग बात करें तो, ऐसी बातों का जवाब नहीं देना चाहिए. संघ पवित्र और देश की सेवा करने वाला संगठन है। उसके बारे में दिग्विजय सिंह को कहने का अधिकार नहीं है।

उन्होंने आगे कहा, दिग्विजय सिंह सिर्फ मीडिया में बने रहने के लिए इस तरह के बयान देते रहते हैं।

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता गोविंद मालू ने ट्वीट किया है और कहा, हां राजा, माफ कीजिएगा खां साहब! आरएसएस दीमक का वह नया वेरिएंट ईश्वर - अल्लाह - जिसे आप मानते हैं ने भेजा है! यही तुष्टिकरण, देशद्रोहियों, सत्ता पिपासुओं को लील गया है। असली हिंदुत्व को मुगलों ने कब्र में डाला, कांग्रेस ने उसी पर फूल चढ़ाए, लेकिन संघ ने प्राण-प्रतिष्ठा कर दी। कांग्रेस तो 1920 में खिलाफत आंदोलन के बाद से ही भारत की शिराओं में रक्त केंसर के रूप में फैली है, जिसका इलाज करोडों हिंदु डॉक्टरों ने 2014 में ही कर दिया है। आरएसएस के प्रति कांग्रेस के पैगम्बर राघोगढ़ के पूर्व नवाब की बौखलाहट लाजमी ही है। कहो खां कैसी रही। खुदा हाफिज।

--आईएएनएस

एसएनपी/एएनएम

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