सौरभ गांगुली की पत्नी के राज्यसभा में जाने की अटकलें हुईं तेज

कोलकाता, 9 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के घर रात्रिभोज करने के बाद से यह अटकलें लगने लगी थीं कि उनकी पत्नी एवं प्रसिद्ध ओडिशी नृत्यांगना डोना गांगुली राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत राज्यसभा की सदस्य बन सकती हैं।
सौरभ गांगुली की पत्नी के राज्यसभा में जाने की अटकलें हुईं तेज
सौरभ गांगुली की पत्नी के राज्यसभा में जाने की अटकलें हुईं तेज कोलकाता, 9 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के घर रात्रिभोज करने के बाद से यह अटकलें लगने लगी थीं कि उनकी पत्नी एवं प्रसिद्ध ओडिशी नृत्यांगना डोना गांगुली राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत राज्यसभा की सदस्य बन सकती हैं।

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने सोमवार को अपने बयान में डोना गांगुली का नाम लेकर इन अटकलों को और हवा दे दी।

दिलीप घोष ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें खुशी होगी अगर राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत सदस्य के रूप में पश्चिम बंगाल से डोना गांगुली जैसी शख्सियत राज्यसभा में जाती हैं। राष्ट्रपति अलग-अलग क्षेत्रों से ख्यातिलब्ध लोगों को राज्यसभा के लिये मनोनीत करते हैं। अगर वह पश्चिम बंगाल से भी किसी को मनोनीत करें, तो हमें खुशी होगी।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रमुख सुकांत मजूमदार ने इस विषय पर कोई टिप्पणी नहीं की है। उन्होंने कहा कि यह पार्टी का आंतरिक मामला है और इस विषय में मीडिया से बात करना सही नहीं है। केंद्रीय नेतृत्व इस मामले में अंतिम निर्णय लेगा। हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा कि अगर सौरव गांगुली राज्यसभा जाते हैं, तो उन्हें खुशी होगी।

पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सदस्य एवं अभिनेत्री रूपा गांगुली और पूर्व पत्रकार स्वप्न दासगुप्ता का कार्यकाल खत्म होने वाला है।

भाजपा के सूत्रों ने बताया कि छह मई को सौरव गांगुली के घर पर अमित शाह और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तथा पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के रात्रिभोज के दौरान डोना गांगुली के राज्यसभा सदस्य के रूप में राष्ट्रपति की ओर से मनोनीत किये जाने के विषय में बातचीत हुई थी।

उसी दिन डोना गांगुली ने विक्टोरिया मेमोरियल में नृत्य प्रदर्शन भी किया था और शाह भी उस अवसर पर मौजूद थे।

गांगुली परिवार ने इस रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं की है लेकिन गांगुली हमेशा से सभी दलों के चहेते रहे हैं। वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी माने जाते हैं। वह पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य के भी करीब थे।

साल 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले ये अफवाह जोर पकड़ी थी कि सौरव गांगुली को भाजपा मुख्यमंत्री के दावेदार के रूप में पेश कर सकती है।

--आईएएनएस

एकेएस/एएनएम

Share this story