हरीश रावत के कार्यक्रम में बदलाव, अब 6 नहीं 7 अगस्त को देंगे सीएम आवास पर धरना
हरीश रावत ने सोशल मीडिया के माध्यम से कांग्रेस के इंकलाबी संघर्ष को आगे बढ़ाने की बात करते हुए कहा कि जब जब मैं सोचता हूं कि अब थोड़ा सा दूसरी तरफ सक्रियता दिखाऊं, और इन वर्षों में जीवन ने उन्हें बहुत कुछ सिखाया है, उसको लिखूं, साथ ही पार्लियामेंट में जो कुछ सीखा है उस पर कुछ बात करूं। कुछ उत्तराखंड पर लिखूं और कुछ पार्टी में अपने अनुभवों पर लिखूं तो बहुत कुछ लिखने का मन करता है। लेकिन समय नहीं मिल पा रहा है। जैसे ही सोचता हूं अब मुट्ठी खोलूंगा और उंगलियों में कलम पकडूंगा, तो कुछ ना कुछ घटनाएं हो जाती हैं। अब जिस प्रकार से इस समय गांधी नेहरू परिवार को बदला लेने की भावना से प्रताड़ित किया जा रहा है तो कैसे चुप रहा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि हरिद्वार मेरे हृदय में है और मैं वहां के कार्यकर्ताओं का बहुत आभारी हूं, लेकिन आज हरिद्वार में ग्राम स्तरीय लोकतंत्र खतरे में है, क्योंकि पंचायती व्यवस्था को जिस प्रकार से चौपट किया जा रहा है और जिस तरीके से एक गैंग हरिद्वार के सामाजिक व राजनीतिक व आर्थिक जीवन का शोषण कर रहा है, साथ ही सत्ता का दुरुपयोग कर रहा है तो आवाज तो उठानी पड़ेगी। इसलिए फिर इंकलाब की भावना हावी होती जा रही है।
हरीश रावत का कहना है कि कलम की भावना के ऊपर संघर्ष की तनी हुई मुट्ठियां कुछ कर गुजरने को प्रेरित करने में लग गई हैं। इसलिए 5 तारीख को दिल्ली में और 7 अगस्त को देहरादून में मुख्यमंत्री आवास पर वह कांग्रेस के इंकलाबी संघर्ष को आगे बढ़ाने जा रहे हैं।
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी ने महंगाई, बेरोजगारी और आवश्यक सामान पर जीएसटी की दरों में वृद्धि के खिलाफ 5 अगस्त से व्यापक प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। प्रदर्शन के तहत कांग्रेस राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालेगी और प्रधानमंत्री आवास का घेराव करेगी।
--आईएएनएस
स्मिता/एसकेपी