अभिनेता विजय के फैन क्लब ने तमिलनाडु ग्रामीण चुनावों में 100 से अधिक सीटें जीतीं

चेन्नई, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। सुपरस्टार कमल हासन की मक्कल निधि मय्यम ने तमिलनाडु में ग्रामीण स्थानीय निकाय चुनावों में एक भी जगह नहीं बनाई, लेकिन युवा सुपरस्टार थलपति विजय के फैन क्लब ने 100 से अधिक सीटों पर जीत हासिल की।
अभिनेता विजय के फैन क्लब ने तमिलनाडु ग्रामीण चुनावों में 100 से अधिक सीटें जीतीं
अभिनेता विजय के फैन क्लब ने तमिलनाडु ग्रामीण चुनावों में 100 से अधिक सीटें जीतीं चेन्नई, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। सुपरस्टार कमल हासन की मक्कल निधि मय्यम ने तमिलनाडु में ग्रामीण स्थानीय निकाय चुनावों में एक भी जगह नहीं बनाई, लेकिन युवा सुपरस्टार थलपति विजय के फैन क्लब ने 100 से अधिक सीटों पर जीत हासिल की।

विजय ने कोई राजनीतिक संगठन बनाने की अनुमति नहीं दी थी और इस संबंध में अपने माता-पिता शोभा शेखर और एस. चंद्रशेखर सहित 11 लोगों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था। हालांकि, अपने प्रशंसकों को चुनाव लड़ने की अनुमति दी थी।

विजय लोकप्रियता रेटिंग के आधार पर तमिल सिनेमा में रजनीकांत के बाद दूसरे स्थान पर हैं। उन्होंने पहली बार अपने फैन क्लब ऑल इंडिया थलपति विजय मक्कल अय्यकम को नौ जिलों के ग्रामीण निकायों का चुनाव लड़ने की अनुमति दी, जहां वे सफल हुए।

अभिनेता के फैन क्लब ने 169 सीटों में से 115 पर जीत हासिल की। क्लब के महासचिव और पुडुचेरी के पूर्व कांग्रेस विधायक बुस्सी आनंद के अनुसार, विजय फैन क्लब ने 13 सीटों पर निर्विरोध जीत हासिल की।

आनंद ने मीडिया को यह भी बताया कि 115 विजेताओं में से 45 महिलाएं हैं और अन्य विजेताओं में किसान, लैब तकनीशियन, छात्र, स्कूल शिक्षक और व्यापारी शामिल हैं।

अखिल भारतीय थलपति मक्कल अय्यकम में 10 लाख से अधिक पंजीकृत सदस्य हैं और प्रशंसक संघ का आम तौर पर कोई राजनीतिक जुड़ाव नहीं है, सिवाय 2011 के चुनावों को छोड़कर, जब विजय ने अन्नाद्रमुक और जयललिता को समर्थन दिया था।

कई राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इन परिणामों से विजय तमिलनाडु की भविष्य की राजनीति में अपने लिए एक बड़ी भूमिका की तलाश करेंगे।

मदुरै स्थित थिंक टैंक सोशियो-इकोनॉमिक डेवलपमेंट फाउंडेशन के निदेशक आर. पद्मनाभन ने आईएएनएस को बताया, विजय ने मैदान में कूदने से पहले उचित शोध किया और उन्होंने अपने प्रशंसकों को अपने नाम और ध्वज का उपयोग करने की अनुमति दी। वह जानते थे कि वह तमिलनाडु में अपनी लोकप्रियता को देखते हुए कुछ सीटें जीत सकते हैं। उनके राजनीति में उतरने की संभावना है, क्योंकि राज्य में लोकप्रिय नेताओं की स्पष्ट कमी है।

--आईएएनएस

एसजीके/एएनएम

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