दिल्ली में अपहृत नाबालिग लड़की उत्तराखंड के रुद्रपुर से बरामद

नई दिल्ली, 20 नवंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय राजधानी में 12 नवंबर को अगवा की गई एक नाबालिग लड़की को दिल्ली पुलिस ने उत्तराखंड के रुद्रपुर से बरामद किया। एक अधिकारी ने यहां शनिवार को यह जानकारी दी।
दिल्ली में अपहृत नाबालिग लड़की उत्तराखंड के रुद्रपुर से बरामद
दिल्ली में अपहृत नाबालिग लड़की उत्तराखंड के रुद्रपुर से बरामद नई दिल्ली, 20 नवंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय राजधानी में 12 नवंबर को अगवा की गई एक नाबालिग लड़की को दिल्ली पुलिस ने उत्तराखंड के रुद्रपुर से बरामद किया। एक अधिकारी ने यहां शनिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी के मुताबिक, 12 नवंबर को नई दिल्ली के उत्तम नगर निवासी लड़की के पिता मोहन गार्डन थाने आए और बताया कि उनकी 16 वर्षीय नाबालिग बेटी शाम 4.30 बजे से लापता है।

पुलिस तुरंत हरकत में आई और भारतीय दंड संहिता की धारा 363 के तहत प्राथमिकी दर्ज की।

डीसीपी (द्वारका) शंकर चौधरी ने कहा, मामले की जांच तुरंत शुरू की गई। जांच के दौरान देशभर में सभी अनिवार्य विवरण फ्लैश किए गए और एनसीआरबी, सीबीआई और दूरदर्शन को भी जानकारी भेजी गई थी।

इसी बीच पता चला कि पास की मोबाइल की दुकान पर काम करने वाला एक व्यक्ति इस मामले में मुख्य संदिग्ध है।

पीड़िता और उसके दोस्तों के साथ-साथ संदिग्ध व्यक्तियों के ज्ञात मोबाइल नंबरों पर तकनीकी निगरानी की गई, हालांकि उसका कोई सुराग नहीं लगा।

अधिकारी ने कहा, हालांकि, द्वारका साइबर सेल की मदद से पीड़िता और आरोपी का लोकेशन उत्तराखंड के रुद्रपुर में होने का पता चला।

पुलिस की एक टीम तुरंत रुद्रपुर भेजी गई और 18 नवंबर को अपहृत किशोरी को छुड़ा लिया गया। आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश निवासी रियाज अहमद के रूप में हुई है।

पीड़िता का मेडिकल परीक्षण दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में किया गया और सीआरपीसी की धारा 164 के तहत उसका बयान स्थानीय अदालत में दर्ज किया गया। बयान के बाद मामले में पोक्सो एक्ट की धारा 6 जोड़ी गई।

पिछले साल के आंकड़ों की तुलना में राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ रहे हैं।

दिल्ली में अब तक (इस साल) 3000 से अधिक महिलाओं का अपहरण किया जा चुका है, जो महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता का विषय है।

आंकड़ों के अनुसार, अब तक 3,117 महिलाओं का अपहरण किया जा चुका है, जो पिछले साल के पहले 10 महीनों में 2,226 अपहरणों की तुलना में बहुत अधिक है।

--आईएएनएस

एसजीके/एएनएम

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