पुतिन के करीबी किसलीव ने ब्रिटेन को समुद्र की गहराई में डुबाने की चेतावनी दी

लंदन, 2 मई (आईएएनएस)। रूसी सरकारी मीडिया ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अपने सबसे शक्तिशाली परमाणु हथियार का उपयोग कर ब्रिटेन का नामोनिशान मिटाने का आग्रह किया है।
पुतिन के करीबी किसलीव ने ब्रिटेन को समुद्र की गहराई में डुबाने की चेतावनी दी
पुतिन के करीबी किसलीव ने ब्रिटेन को समुद्र की गहराई में डुबाने की चेतावनी दी लंदन, 2 मई (आईएएनएस)। रूसी सरकारी मीडिया ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अपने सबसे शक्तिशाली परमाणु हथियार का उपयोग कर ब्रिटेन का नामोनिशान मिटाने का आग्रह किया है।

द डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, दिमित्री किसलीव ने ये बात कही है जिन्हें अक्सर पुतिन के मुखपत्र के तौर पर जाना जाता है। रविवार की रात आयोजित एक शो में पोसीडॉन अंडरवाटर ड्रोन के साथ उन्होंने यूके पर हमले करने पर जोर दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इससे एक 1,600 फीट रेडियोधर्मी ज्वार की लहर (रेडियाएक्टिव टाइडल वेव) उठेगी जो कि ब्रिटेन को समुद्र की गहराई तक डुबो देगा।

किसलीव ने दावा किया कि ड्रोन में 100 मेगाटन तक के वारहेड की क्षमता है। उन्होंने आगे कहा कि इसमें हिरोशिमा पर गिराए गए बम की ताकत से भी कई हजार गुना पावर है, जो एक विशाल लहर यानी एक सुनामी को 1,640 फीट तक एक्टिव करने की क्षमता रखता है और यह इंग्लैंड में सबसे ऊंचे प्वाइंट स्कैफेल पाइक तक पहुंचने के लिए पर्याप्त है।

यूके को दुनिया के नक्शे से मिटाने पर जोर देते हुए किसलीव ने कहा, यह ज्वारीय लहर विकिरण की अत्यधिक हाई डोज का वाहक भी है।

किसलीव ने ब्रिटेन को रूस की नवीनतम परमाणु मिसाइल सरमत 2 के हमले की भी चेतावनी दी, जिसका परीक्षण पुतिन ने एक पखवाड़े पहले किया था। इसके बारे में दावा किया गया है कि वह केवल एक ही प्रभाव या इम्पेक्ट से देश को पूरी तरह से नष्ट कर सकता है।

उन्होंने कहा, (उनका) द्वीप इतना छोटा है कि एक सरमत मिसाइल इसे हमेशा के लिए डुबो देने के लिए काफी है।

डेली मेल ने किसलीव के हवाले से कहा, (यह) टेक्सस या इंग्लैंड के आकार के क्षेत्र को नष्ट करने में सक्षम है और इसे एक बार ही लॉन्च करने से बोरिस जॉनसन से लेकर कोई इंग्लैंड नहीं बचेगा।

किसलीव की टिप्पणी से पहले भी रूसी सरकारी मीडिया की ओर से ब्रिटेन को परमाणु हमले की धमकी देने भरी रिपोर्ट्स सामने आ चुकी हैं। वहीं दूसरी ओर ब्रिटेन भी लगातार रूस को लेकर कड़ी टिप्पणी कर रहा है।

--आईएएनएस

एकेके/एसकेपी

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