गूगल डूडल ने स्टीफन हाकिंग की 80 वीं जयंती मनाई

सैन फ्रांसिस्को, 8 जनवरी (आईएएनएस)। दिवंगत भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग को गूगल ने शनिवार को उनकी 80वीं जयंती पर डूडल बनाकर श्रद्धांजलि दी ।
गूगल डूडल ने स्टीफन हाकिंग की 80 वीं जयंती मनाई
गूगल डूडल ने स्टीफन हाकिंग की 80 वीं जयंती मनाई सैन फ्रांसिस्को, 8 जनवरी (आईएएनएस)। दिवंगत भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग को गूगल ने शनिवार को उनकी 80वीं जयंती पर डूडल बनाकर श्रद्धांजलि दी ।

ढाई मिनट के इस एनिमेटेड वीडियो में भौतिक विज्ञानी की अपनी कंप्यूटर जनित आवाज में उनके काम की रूपरेखा और भविष्य के लिए उम्मीद भरा संदेश शामिल है।

तकनीकी क्षेत्र की दिगगज कंपनी एंडाडगेट ने उनके परिवार के साथ यह वीडियो डूडल बनाने के लिए काम किया है जो हमें उनके जीवन का एक संक्षिप्त परिचय देता है।

इसके अलावा, गूगल ने हॉकिंग की मशहूर कंप्यूटर जनित आवाज का उपयोग उनके काम और उनके स्नातक होने के समय के अनुभवों को बताने के लिए किया है।

हॉकिंग का जन्म 1942 में इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड में हुआ था और वह हमेशा से ही ब्रह्मांड के रहस्यों को जानने के उत्सुक रहे थे। जब वह 21 वर्ष के थे, तब वह एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस (एएलएस), बीमारी से ग्रस्त हो गए थे। यह एक न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी है जिसमें व्यक्ति की चलने फिरने की क्षमता प्रभावित हो जाती है।

उसके बाद के वर्षों में, उन्होंने अपनी गतिशीलता और बोलने की क्षमता खो दी, लेकिन वे 1980 के दशक में एमआइटी इंजीनियर डेनिस क्लैट द्वारा विकसित की गई तकनीक के जरिए कंप्यूटर के माध्यम से संवाद करने में सक्षम थे।

डूडल में, उपयोगकर्ता हॉकिंग की आवाज को ब्लैक होल पर उनके काम के बारे में बात करते हुए सुनेंगे । इसी क्षेत्र में उन्होंने सबसे अधिक काम किया था। वह हॉकिंग विकिरण सिद्धांत के लिए भी जाने जाते हैं जिसमें ब्लैक होल विकिरण उत्सर्जित करते हैं।

उपयोगकर्ता उनकी आवाज को यह कहते हुए भी सुनेंगे कि कैसे वह अपने दिमाग में स्वतंत्र है, भले ही वह हिल नहीं सकते हैं।

उनकी आवाज बताती है मैंने अपना जीवन अपने दिमाग के अंदर ब्रह्मांड की यात्रा करते हुए बिताया है ।

--आईएएनएस

जेके

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