पाक ने तनावपूर्ण संबंधों के लिए भारत के आधिपत्य को जिम्मेदार ठहराया
अपनी पहली राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में, पाकिस्तान ने कहा, तत्काल पूर्व की ओर, अनसुलझे कश्मीर विवाद और भारत के आधिपत्य के परिणामस्वरूप द्विपक्षीय संबंधों को रोक दिया गया है।
जम्मू और कश्मीर को दस्तावेज में केवल एक छोटा सा जिक्र किया गया है, जो 48 पृष्ठों का है।
जम्मू और कश्मीर विवाद का एक उचित और शांतिपूर्ण समाधान पाकिस्तान के लिए एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा हित बना हुआ है। अगस्त 2019 की भारत की अवैध और एकतरफा कार्रवाई को भारतीय अवैध रूप से कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर के लोगों ने खारिज कर दिया है।
भारतीय कब्जे वाले बलों ने आईआईओजेके में युद्ध अपराधों, मानवता के खिलाफ अपराधों और नरसंहार कृत्यों के माध्यम से मानवाधिकारों के हनन और उत्पीड़न जारी है। इसके अलावा, भारत अपने अवैध कार्यों को छिपाने के लिए कश्मीरी प्रतिरोध के आसपास झूठा प्रचार कर रहा है।
दस्तावेज में कहा गया है, पाकिस्तान कश्मीर के लोगों को अपने नैतिक, राजनयिक, राजनीतिक और कानूनी समर्थन में तब तक अडिग बना रहेगा, जब तक कि वे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा गारंटीकृत आत्मनिर्णय के अपने अधिकार को प्राप्त नहीं कर लेते।
--आईएएनएस
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