2024 चुनाव के मद्देनजर बीजेपी करेगी राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी का ऐलान

नई दिल्ली, 8 मई (आईएएनएस)। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए तमाम अटकलों और नामों के बीच भाजपा, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से संबंधित उम्मीदवार या किसी महिला को नामित कर सकती है। भाजपा 2024 के आम चुनाव के लिए अपना समर्थन जुटाने के लिए ऐसा कर सकती है।
2024 चुनाव के मद्देनजर बीजेपी करेगी राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी का ऐलान
2024 चुनाव के मद्देनजर बीजेपी करेगी राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी का ऐलान नई दिल्ली, 8 मई (आईएएनएस)। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए तमाम अटकलों और नामों के बीच भाजपा, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से संबंधित उम्मीदवार या किसी महिला को नामित कर सकती है। भाजपा 2024 के आम चुनाव के लिए अपना समर्थन जुटाने के लिए ऐसा कर सकती है।

ओबीसी और महिलाओं का देश की आबादी में सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व है।

अनुसूचित जनजाति (एसटी), अनुसूचित जाति (एससी) या दक्षिण भारत के उम्मीदवार जैसे कई थ्योरी राजनीतिक हलकों में तैर रहे हैं। पार्टी सभी संभावनाओं को टटोलने और 2024 संसदीय चुनाव को नजर में रखकर ही उम्मीदवार को नामित करेगी।

जाति आधारित जनगणना की मांग के बीच, राजनीतिक दल जानते हैं कि ओबीसी देश की कुल आबादी का 40 प्रतिशत से अधिक है, जबकि महिलाएं भारत की आबादी का लगभग आधा हिस्सा हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई मौकों पर कह चुके हैं कि महिलाएं भाजपा का नया वोटबैंक हैं।

भाजपा सूत्रों ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष पद के लिए या तो ओबीसी या महिला को नामित कर सकती है या महिला-ओबीसी उम्मीदवार के लिए जा सकती है।

पार्टी के एक अंदरूनी सूत्र ने कहा कि सभी सामाजिक समीकरणों के बीच, एससी समुदाय से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की संभावना नहीं है क्योंकि वर्तमान राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद इसी समुदाय से संबंधित हैं।

उन्होंने कहा, इस बार एससी समुदाय के किसी नेता को मौका दिए जाने की संभावना बहुत कम है। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए इस समय ओबीसी और महिलाओं को सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक सभी राज्यों में ओबीसी एक बड़ी ताकत है। हाल के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में, कुछ ओबीसी नेताओं के पार्टी से बाहर होने के बावजूद, भाजपा को समुदाय से भारी समर्थन मिला।

पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि भाजपा के सहयोगी जद-यू सहित लगभग सभी दलों ने ओबीसी समुदाय का विश्वास जीतने के लिए जाति आधारित जनगणना की मांग की है और उनमें से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को नामित करके पार्टी को अगले लोकसभा चुनाव और आगामी राज्य चुनावों में फायदा होगा।

पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, महिला और ओबीसी दोनों स्वतंत्र रूप से देश में मतदाताओं का सबसे बड़ा हिस्सा हैं। पार्टी या तो व्यक्तिगत रूप से या एक साथ ओबीसी महिला उम्मीदवार को पद के लिए नामांकित करके उन्हें लुभाएगी।

वर्तमान में, छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके, तमिलनाडु की राज्यापल तमिलिसाई सुंदरराजन और केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का नाम भी संभावितों में है। वहीं झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के नाम भी भाजपा के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए सामने आ रहा है।

--आईएएनएस

आरएचए/एसकेपी

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