AMU Jinnah portrait issue भारत के टुकड़े करने वाला लाखों लोगों के कत्ल का जिम्मेदार जिन्ना "जी" कब से हो गया
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना की फोटो हजार हटाए जाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के लोगों द्वारा जिन्ना की फोटो को हटाए जाने के लिए खून से लिखा हुआ एक पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा गया है जिस पर अब फिर से सवाल खड़ा हो गया है कि भारत के टुकड़े करने वाला जिन्ना जिसके कारण भारत में नरसंहार हुआ उसकी फोटो अब भारत में क्यों लगाई जा रही इस पर विरोध करते हुए भारतीय जनता पार्टी के लोगों द्वारा मांग की गई है कि जिंदा की फोटो हटाई जाए।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के यूनियन हाल में जिन्ना की फोटो लगी हुई है जिस पर हटाए जाने की बात कहते ही विवाद खड़ा हो गया है भारतीय जनता पार्टी के अलीगढ़ के स्थानीय नेता शिवानंद तिवारी द्वारा मांग की गई कि एएमयू से जिन्ना की फोटो हटाई जाए। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट यूनियन के नेताओं का मीडिया के डिबेट में कहना है कि अगर सरकार चाहती है तो वह वाइस चांसलर को निर्देश दें और जिन्ना की फोटो हटाई जा सकती है लेकिन बार-बार यह पूछे जाने पर क्या खुद आप हटाना चाहेंगे तो उन्होंने इसका कोई भी उत्तर नहीं दिया एक पैनलिस्ट ने यह भी कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को कोई भी पैसा नहीं दिया जा रहा है जबकि जी न्यूज़ पर चल रहे प्रोग्राम में एंकर ने साफ कर दिया कि प्रति व्यक्ति आय इस समय सवा लाख के आसपास भारत में है जबकि एएमयू के एक स्टूडेंट लगभग ₹400000 खर्च किए जा रहे हैं अब सवाल यह उठता है कि ₹400000 खर्च करने के बाद स्थितियां क्या है और भारत के विकास में कितना योगदान AMU का है।
Government spends 4 lakhs on every student of AMU and what we get is Jinnah supporters out of it. I don't want to pay for such institutes.
— Santosh Dhamdhere (@dhamdheress) September 10, 2021
जैसा कि बताया जा रहा है कि 14 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी जा सकते हैं ऐसे में विपक्ष का आरोप यह है कि इस मामले को तूल दिया जा रहा है
Biggest mistake he did was to donate his land free for creation of AMU..They hang picture of Jinnah but not of the Man on whose land AMU Stands.History has been unfair to Jats.
— ila gandhar (@ilagandhar) September 7, 2021
सवाल इस बात पर भी उठाए जा रहे हैं कि जिस राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने जमीन डोनेट की उसकी फोटो क्यों नही लगाई जा रही है जबकि अलगाववादी मानसिकता के जिन्ना की तस्वीर लगाई गई है ।
#AMU fights for its right to retain Jinnah’s portrait in the Union Hall and refuses to acknowledge the kafir king who donated land for the university. https://t.co/YFKnveyNSs
— ANUPAM MISHRA (@scribe9104) September 7, 2021