मुख्य कार्यकारी अधिकारी  शरद सिंह ने छात्रों को स्टार्टअप के लिए प्रेरित किया 

Chief Executive Officer Sharad Singh inspires students for startups
Chief Executive Officer Sharad Singh inspires students for startups
उत्तर प्रदेश डेस्क लखनऊ(आर एल पाण्डेय). स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साईंसेज, लखनऊ में  एस.एम.एस इन्क्यूबेशन व इन्टरप्रेन्योरियल फाउण्डेशन के तत्वावधान में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया l जिसमें डॉ. प्रवीन द्विवेदी, अपर निदेशक एवं कार्यालय प्रभारी, साफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इण्डिया, लखनऊ ने प्रमुख वक्ता के रूप में इन्क्यूबेशन इको सिस्टम के अन्तर्गत स्टार्टअप योजना, एन.जी.आई.एस. के बारे में  इन्क्यूबेटरों हेतु विस्तृत जानकारी दी और यह भी अवगत कराया कि भारत सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा क्या-क्या सुविधा प्रदान की जाती है।

इस माध्यम से कोई इकाई आयकर और अन्य सरकारी योजनाओं से 100 प्रतिशत एफ.डी.आई. सुरक्षित कर सकती है। उन्होंने आई.ओ.टी., ए.आई., ब्लाक चेन आदि जैसी उभरती प्रोद्योगिकियों के क्षेत्र में तीसरे स्टार्टअप आई.पी. निर्माण के बारे में बताया। इस अवसर पर डॉ. जयराम जी, उप निदेशक साफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इण्डिया, लखनऊ ने भी अपने वक्तब्य में अवगत कराया कि भारतवर्ष में, एस.टी.पी.आई. के अन्तर्गत कुल 65 केन्द्र स्थापित हैं, जिसमें 53 केन्द्र ग्रामीण व छोटे शहरी क्षेत्र में हैं। उक्त केन्द्रों में से उत्तर-प्रदेश में अभी तक 9-केन्द्र स्थापित हैं। 

कार्यशाला के दौरान संस्थान के सचिव एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी  शरद सिंह ने छात्रों को स्टार्टअप के लिए प्रेरित किया । प्रारम्भ में निदेशक डॉ. आशीष भटनागर द्वारा अतिथियों का स्वागत किया तथा समापन सत्र के दौरान महानिदेशक (तकनीकी) डॉ. भरतराज सिंह ने स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साईंसेज, लखनऊ में इन्क्यूबेशन केन्द्र (एस.एम.एस. इन्क्यूबेशन व इन्टरप्रेन्योरियल फाउंडेशन सेक्शन -8) खोले जाने व उसमे अभी तक 20-स्टार्टअप से अधिक पर की गयी कार्यवाही के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। 
कार्यक्रम में सह-निदेशक डॉ. धर्मेन्द्र सिंह, अधिष्ठाता - इंजीनियरिंग डॉ. हेमन्त कुमार सिंह, प्रधानाचार्य- डिप्लोमा श्री आमोद पाण्डेय,  विभागाध्यक्ष-इलेक्ट्रिकल डॉ. अमरजीत सिंह,  विभागाध्यक्ष-सिविल डॉ. आशा कुलश्रेष्ठ, डॉ. वेद कुमार एवं कार्यक्रम का संचालन डॉ. पुष्पांजलि सिंह आदि उपस्थित थे।

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