Modi Cabinet Ministers Of India 2024 List In Hindi : पीएम मोदी की कैबिनेट में कौन-कौन बना मंत्री, देखें मंत्रिमंडल की पूरी लिस्ट

Modi Cabinet Ministers Of India 2024 List
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पीएम मोदी की कैबिनेट मंत्रिमंडल की पूरी लिस्ट

Modi Cabinet Ministers List 2024 In Hindi : एजेंसी, नई दिल्ली। रविवार को मोदी 3.0 सरकार के शपथ लेने वाले मंत्रिमंडल में 33 सांसद ऐसे हैं जो पहली बार मंत्री बने हैं। इनमें से कम से कम छह मंत्री ऐसे हैं जोकि जाने-माने राजनीतिक परिवारों से हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंत्रिपरिषद में पहली बार शामिल होने वालों में चार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (मध्य प्रदेश), मनोहर लाल (हरियाणा), एचडी कुमारस्वामी (कर्नाटक) और जीतनराम मांझी भी शामिल हैं। 

पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी मिली कमान
शिवराज विदिशा से पांच बार सांसद बन चुके हैं। यह वह निर्वाचन क्षेत्र है जिसका प्रतिनिधित्व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी किया था। वह मध्य प्रदेश के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले व्यक्ति भी हैं। आरएसएस के पूर्व प्रचारक मनोहर लाल दो बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उन्होंने इसी वर्ष मार्च में सीएम पद से इस्तीफा दिया था। मोदी सरकार में पहली बार मंत्री बने सात सांसद सहयोगी दलों के हैं। इनमें तेदेपा के के. राममोहन नायडू और चंद्रशेखर पेम्मासानी, जदयू के ललन सिंह और राम नाथ ठाकुर, राष्ट्रीय लोकदल के जयन्त चौधरी, एलजेपी के चिराग पासवान और जेडी(एस) के एचडी कुमारस्वामी शामिल हैं। 

नेताओं के बेटों को भी मिला सम्मान
रालोद के मुखिया 45 वर्षीय जयन्त चौधरी भारत के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजीत सिंह के बेटे हैं।बिहार के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक दिवंगत रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने भी केंद्र सरकार में मंत्री के रूप में अपनी शुरुआत की। उन्होंने इस लोकसभा चुनाव में हाजीपुर सीट पर 1.70 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की। इस पर उनके पिता रिकार्ड नौ बार जीते थे। उनकी पार्टी लोजपा (रामविलास) ने राजग के सहयोगी दल के तहत बिहार में लड़ी गई सभी पांच सीटों पर जीत हासिल की। मंत्री बने जदयू के रामनाथ ठाकुर प्रसिद्ध समाजवादी नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के पुत्र हैं। कर्पूरी को इस साल की शुरुआत में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। 

बिहार का भी रखा विशेष ध्यान
समस्तीपुर से ताल्लुक रखने वाले 74 वर्षीय रामनाथ नीतीश कुमार के साथ अपने घनिष्ठ संबंधों और सबसे पिछड़े वर्गों के बीच अपने प्रभाव के लिए जाने जाते हैं। वे 2005 से 2010 तक बिहार में मंत्री भी रह हैं। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पौत्र रवनीत सिंह बिट्टू भी पहली बार मंत्री बने हैं। बिट्टू लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने लुधियाना से चुनाव लड़ा और पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग से करीब 20 वोटों से हार गए थे। 48 वर्षीय बिट्टू (48) 2009 से 2014 तक पंजाब के आनंदपुर साहिब और 2014 से 2024 तक लुधियाना से सांसद रह चुके हैं। 

सबसे कम उम्र की सांसद कौन है?
महाराष्ट्र से वरिष्ठ राकांपा नेता एकनाथ खडसे की बहू रक्षा खडसे ने भी पहली बार केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली। उन्होंने अपनी रावेर सीट बरकरार रखी और लगातार तीसरी बार जीत हासिल की। 26 साल की उम्र में वह हीना गावित के साथ 2014 के आम चुनाव में जीतकर सबसे कम उम्र की सांसद बनीं थीं। मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार में सबसे कम उम्र के मंत्रियों में से एक रहे जितिन प्रसाद 10 साल बाद केंद्रीय मंत्रिपरिषद में वापसी करेंगे। 

ललन सिंह पर जताया भरोसा 
उन्होंने 2021 में भाजपा में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ दी थी। उनके पिता कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद ने दो प्रधानमंत्रियों 1991 में राजीव गांधी और 1994 में पीवी नरसिम्हा राव के राजनीतिक सलाहकार के रूप में काम किया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भरोसेमंद मित्र और मुंगेर से सांसद चुने गए राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह भी पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं। नए चेहरों में अभिनेता से नेता बने सुरेश गोपी भी शामिल हैं, जिन्होंने केरल से भाजपा का पहले सांसद बनकर इतिहास रच दिया। 

पहली बार बने मंत्री
पहली बार मंत्री बनने वालों में भाजपा की कमलेश पासवान (उत्तर प्रदेश), सुकांता मजूमदार (बंगाल), दुर्गा दास उइके (मध्य प्रदेश), राज भूषण चौधरी (बिहार), सतीश दुबे (बिहार), संजय सेठ (झारखंड), सीआर पाटिल (गुजरात), भागीरथ चौधरी (राजस्थान), हर्ष मल्होत्रा (दिल्ली), वी सोमन्ना (कर्नाटक), सावित्री ठाकुर (मध्य प्रदेश), प्रतापराव जाधव (महाराष्ट्र), जार्ज कुरियन (केरल), कीर्ति वर्धन सिंह (उत्तर प्रदेश), तोखन साहू (छत्तीसगढ़), भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा (आंध्र प्रदेश), निमूबेन बंभानिया (गुजरात), मुरलीधर मोहोल (महाराष्ट्र), पबित्रा मार्गेरिटा (असम) और बंडी संजय कुमार (तेलंगाना) शामिल हैं।

नए मंत्रिमंडल में सात महिलाएं
नए मंत्रिमंडल में सात महिलाओं को शामिल किया गया है, जिनमें से दो कैबिनेट मंत्री हैं। पिछली मंत्रिपरिषद में 10 महिला मंत्री थीं। जिन लोगों को हटाया गया है उनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी, राज्य मंत्री डा. भारती पवार, साध्वी निरंजन ज्योति, दर्शना जरदोश, मीनाक्षी लेखी और प्रतिमा भौमिक शामिल हैं। मंत्रिपरिषद में शामिल किए गए नए मंत्रियों में पूर्व केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, भाजपा सांसद अन्नपूर्णा देवी, शोभा करंदलाजे, रक्षा खडसे, सावित्री ठाकुर, निमूबेन बंभानिया और अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल शामिल हैं। सीतारमण और अन्नपूर्णा को कैबिनेट में शामिल किया गया है, जबकि बाकी ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है। बता दें कि ईरानी और पवार क्रमश: अमेठी और डंडोरी से अपनी मौजूदा सीट हार गईं थीं जबकि ज्योति, जरदोश, लेखी और भौमिक को भाजपा ने मैदान में नहीं उतारा था। इस साल कुल 74 महिलाएं लोकसभा चुनाव जीती हैं, जबकि 2019 में 78 महिलाएं सांसद बनी थीं।

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