#शर्म_करो_प्रकाश_झा ,आश्रम New Web Series में हिंदुओं भावना को भड़काया

#शर्म_करो_प्रकाश_झा ,आश्रम New Web Series में हिंदुओं भावना को भड़काया

National News Desk -New Web Series Ashram 2 में हिंदुओं की भावनाओं को भड़काने के लिए प्रकाश झा की काफी निंदा की जा रही है और आश्रम 2 वेब सीरीज को तत्काल रुप से बैन किए जाने की मांग की जा रही है हिंदू संगठनों द्वारा शर्म करो प्रकाश जा सुधर जाओ जैसे #शर्म_करो_प्रकाश_झा Twitter पर ट्रेंड (Trending On Twitter)कर रहे हैं और प्रकाश झा पर निकाला जा रहा है हिंदू संस्कृति से जुड़े लोगों द्वारा कहा जा रहा है कि आश्रम टू में हिंदू की सनातन परंपरा को गलत तरीके से गलत ढंग से प्रकाश झा द्वारा जिसमें बॉबी देओल ने एक्टिंग किया है उस गलत तरीके से हिंदुओं को दिखाया जा रहा है या सनातनी परंपरा का और गुरुकुल आश्रम की परंपरा का सरासर अपमान है और प्रकाश झा के द्वारा बनाए गए आश्रम टू वेब सीरीज को तत्काल बंद किया जाना चाहिये।

आश्रम वेब सीरीज (New Web Series ) में हिंदुओं के खिलाफ एक सोची-समझी रणनीति के तहत ऐसी स्टोरी दिखाई जा रही है जिससे हिंदू साधु को क्रिमिनल और करप्ट रूप में दिखाया गया है उनकी इमेज को खराब किया जा रहा है जिससे हिंदू परंपरा के बारे में लोगों के द्वारा एक कंफ्यूजन क्रिएट किया जा रहा है।




हिंदू संगठनों का आरोप है की सीरियल और वेब सीरीज को जो समाज में जागरूकता के लिए प्रयोग किया जाना चाहिए उसमें हिंदू साधुओं के बारे में गलत तरीके से दिखाया गया है जिससे लोगों के दिमाग में हिंदू धर्म के बारे में गलत धारणा पनप रही है प्रकाश झा के ऊपर लोगों का गुस्सा फूट रहा है और ट्विटर पर लोग अपनी भड़ास निकाल रहे हैं यही नहीं लोगों ने करणी सेना का सपोर्ट किया है क्योंकि पहले भी प्रकाश झा द्वारा हिस्टॉरिकल मूवी बनाने के दौरान उनके ऊपर हमला किया गया था और करणी सेना का आरोप था कि क्षत्रियों के बारे में प्रकाश झा ने गलत तरीके से मूवी में दिखाया है।




मुंह में भी इस बात का भी गुस्सा है कि इस तरीके से कंटेंट को क्यों लागू कर दिया जाता है क्योंकि भारत में अभी वेब सीरीज और डिजिटल मीडिया के लिए कोई कानून नहीं था जिस बारे में काफी ऐसी आपत्तिजनक मूवी या कुछ कंटेंट ऐसे आते थे जिस पर भारत सरकार का कंट्रोल नहीं था कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट में भी इस मामले में सुनवाई हुई थी जिसमें कोर्ट का कहना था कि वेब सीरीज और डिजिटल मीडिया पर भी कानून का शिकंजा होना चाहिए और ऐसी बातें समाज में नहीं जानी चाहिए जिसका गलत तरीके से कोई भी इंपैक्ट पड़ता है





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