Toycathon2021 PM Modi ने किया Participants से बात कहा अभी 80 प्रतिशत खिलौने आते हैं बाहर से ,violance को बढ़ावा देते हैं
#Toycathon2021 में पहली बार में ही डेढ़ हजार से ज्यादा टीमों का ग्रैंड फिनाले में शामिल होना अपने आप में उज्ज्वल भविष्य के संकेत देता है।
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) June 24, 2021
यह टॉयज और गेम्स के मामले में आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी मजबूती देता है : प्रधानमंत्री @NarendraModi pic.twitter.com/q1YWyNKrXu
जितने भी ऑनलाइन या डिजिटल गेम्स आज मार्केट में उपलब्ध हैं, उनमें से अधिकतर का कॉन्सेप्ट भारतीय नहीं है। आप भी जानते हैं कि इसमें अनेक गेम्स के कॉन्सेप्ट या तो Violence को प्रमोट करते हैं या फिर Mental Stress का कारण बनते हैं|
भारत के वर्तमान सामर्थ्य को, भारत की कला-संस्कृति को, भारत के समाज को आज दुनिया ज्यादा बेहतर तरीके से समझना चाहती है। इसमें हमारी Toys और Gaming Industry बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है:|
Global Toy Market करीब 100 बिलियन डॉलर का है, इसमें भारत की हिस्सेदारी सिर्फ डेढ़ बिलियन डॉलर के आसपास है, आज हम अपनी आवश्यकता के भी लगभग 80 प्रतिशत खिलौने आयात करते हैं, यानि इन पर देश का करोड़ों रुपए बाहर जा रहा है इस स्थिति को बदलना बहुत ज़रूरी है|
भारत के वर्तमान सामर्थ्य को, भारत की कला-संस्कृति को, भारत के समाज को आज दुनिया ज्यादा बेहतर तरीके से समझना चाहती है। इसमें हमारी Toys और Gaming Industry बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है|
जितने भी ऑनलाइन या डिजिटल गेम्स आज मार्केट में उपलब्ध हैं, उनमें से अधिकतर का कॉन्सेप्ट भारतीय नहीं है। आप भी जानते हैं कि इसमें अनेक गेम्स के कॉन्सेप्ट या तो Violence को प्रमोट करते हैं या फिर Mental Stress का कारण बनते हैं|
भारत के वर्तमान सामर्थ्य को, भारत की कला-संस्कृति को, भारत के समाज को आज दुनिया ज्यादा बेहतर तरीके से समझना चाहती है। इसमें हमारी Toys और Gaming Industry बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है|
बीते 5-6 वर्षों में हैकाथॉन को देश की समस्याओं के समाधान का एक बड़ा प्लेटफॉर्म बनाया गया है। इसके पीछे की सोच है- देश के सामर्थ्य को संगठित करना, उसे एक माध्यम देना। कोशिश ये है कि देश की चुनौतियों और समाधान से हमारे नौजवान का सीधा कनेक्ट हो|