पार्थ की साजिश का कोई आधार नहीं : तृणमूल विधायक
रॉय उस टिप्पणी का जिक्र कर रहे थे, जो चटर्जी ने अपने मंत्री पद और पार्टी विभागों से छीन लिए जाने के ठीक एक दिन बाद की थी।
रॉय ने कहा, अगर पार्थ को लगता है कि वह साजिश का शिकार है, तो उसे बोलना चाहिए और कहना चाहिए कि किसने उसके खिलाफ साजिश रची। लेकिन बिना किसी विवरण के, उसकी साजिश के सिद्धांत का कोई आधार नहीं है। मुझे लगता है कि अतीत में, पार्थ साजिशों में शामिल रहा है। दूसरों के खिलाफ और इसलिए वह साजिश के सिद्धांत पर इतना जोर दे रहे हैं।
हालांकि अफवाहें थीं कि बुधवार के कैबिनेट फेरबदल के दौरान रॉय को मंत्री पद मिल सकता है क्योंकि उनकी साफ छवि और विधायक के रूप में विशाल अनुभव, मंत्रियों के रूप में शामिल किए गए नए चेहरों में उनका नाम नहीं था।
इस बीच, राज्य भाजपा के वरिष्ठ नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि चटर्जी के बारे में यह टिप्पणी एक ऐसे तृणमूल नेता की ओर से आई है, जो अपने लंबे अनुभव के बावजूद अपनी ही पार्टी में गैर-इकाई बने हुए हैं।
सिन्हा ने कहा, वह तृणमूल कांग्रेस के भीतर चल रही साजिशों के आसपास कहीं नहीं हैं।
माकपा के वरिष्ठ नेता और चार बार के पूर्व लोकसभा सांसद समिक लाहिरी ने कहा कि वास्तविक साजिश वही है जो तृणमूल सरकार ने पश्चिम बंगाल के लोगों के खिलाफ रची है, खासकर युवा जो शिक्षण नौकरियों से वंचित हैं।
लाहिड़ी ने कहा, इस साजिश में केवल पार्थ चटर्जी शामिल नहीं हैं। पार्टी अब भले ही चटर्जी से दूरी बनाने की कोशिश कर रही हो, लेकिन वास्तविकता यह है कि अपराध की आय को उच्च स्तर पर प्रसारित किया गया था।
--आईएएनएस
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