Jyotish free online आपकी खुद की कुंडली मे कैसे पता करें कौन सा ग्रह खराब है ? कैसे करें खराब ग्रहों का उपाय और दान 

Kundli me shubh ashubh grah kaise dekhe
 Astrology free predictions सभी की कुंडली में जो ग्रह होते हैं शुभ और अशुभ परिणाम देते हैं और इस बात को समझना वह भी आसान तरीके से समझा जा सकता है कि कुंडली में जो नवग्रह है वह किस स्थान पर हैं इसके लिए किसी भी कुंडली को देखने के बाद उसमें लिखे हुए संख्या को देखकर आप बहुत ही आसानी से समझ सकते हैं कि कौन सा ग्रह अशुभ परिणाम दे रहा है कौन सा शुभ परिणाम दे रहा है कौन सा ग्रह किस भाव में है जिसका शुभ या अशुभ असर होने वाला है कौन से ग्रह खराब है कौन से सही स्थान दे और जो खराब ग्रह हैं उसको किस तरीके से ठीक किया जा सकता है इसके लिए कुंडली का विश्लेषण किया जा सकता है जो खुद की कुंडली देखकर इतना जान सकता है उसको किस ग्रह के कारण शुभ या अशुभ प्रधान मिल रहा है और बाकी किसी भी प्रयोग को करने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी की सलाह अवश्य ले लें क्योंकि आप अगर ज्योतिषी के पास जाते हैं तो समझना बेहद  आसान हो सकता है लेकिन अगर आप किसी ज्योतिषी के पास जाते हैं वह आपके क्या बता रहे हैं कि आप बहुत ही आसानी से समझ सकेंगे अगर आपको कुंडली की जो बेसिक जानकारी है वह होती है।

सबसे पहले जानते हैं कि सूर्य शुभ कब होता है ?

किसी भी व्यक्ति की कुंडली में मशहूर है जिसकी स्थान पर है वहां 1,5,9 संख्या अगर लिखी है तो इसका मतलब सूर्य आपकी कुंडली में शुभ परिणाम दे रहा है लेकिन अगर उसी जगह 10,11,7 की संख्या कर लिखी है तो इसका मतलब आपकी कुंडली में सूर्य अशुभ परिणाम दे रहा है और उसका उपचार करने की जरूरत है तो किया था शुभ स्थान पर कोई भी ग्रह है तो वह आपको पूरा लाभ देगा लेकिन अगर अशुभ स्थान पर है तो उसके उपचार की आवश्यकता है जिससे वह आपको कोई भी हानि ना हो और दान और जप जो होता है वह एक प्रोटेक्शन के तरीके से काम करता है।

कैसे जाने कौन से ग्रह शुभ भाव मे है या अशुभ?

जिस तरीके से हमने ऊपर सूर्य ग्रह के बारे में बातचीत इसी तरीके से चंद्र ग्रह का विश्लेषण करने के लिए अगर आपकी कुंडली में संख्या 2,4,12 अगर इस स्थान पर चंद्र है इसका मतलब आपको शुभ परिणाम मिल रहा है वहीं अगर जिस स्थान पर कुंडली में चंद्र है वहां की संख्या 2,4,12 है तो यह आपको शुभ परिणाम देगा इसके उपचार की आवश्यकता है बात करते हैं बुध ग्रह की बुध ग्रह नगर कुंडली में संख्या 3,6 लिखी हुई है वह शुभ परिणाम देगा जबकि 12 की संख्या लिखी होने पर अशुभ परिणाम देगा ।

बात करते हैं बुध ग्रह की बुध ग्रह अगर 3 या 6 संख्या पर है तो यह शुभ परिणाम देगा जबकि अगर संख्या 12 लिखी है तो यह अशुभ परिणाम देगा।

अब बात करते हैं गुरु की गुरु अगर कुंडली में दसवें स्थान पर हैं वहां की संख्या 49 12 अगर लिखी है तो यह शुभ परिणाम देगा जब की संख्या 10 लिखे होने पर या अशुभ परिणाम देगा।

शुक्र  कुंडली के ऐसे स्थान पर है जहां 2,7,12 की संख्या दिल लिखी है तो यह शुभ परिणाम देगा जब की संख्या से लिखी होने पर शुभ परिणाम देगा।

शनि अगर 7,10,11 अंक के स्थान में तो यह शुभ होता है जबकि शनि जहां है वहां पर एक नंबर लिखा हुआ है तो या अशुभ परिणाम देता है राहु अगर 3 ,6 10,11 नंबर लिखे स्थान पर है तो यह शुभ परिणाम देता है उसी जगह अगर संख्या 1 या 8 लिखी है तो या अशुभ परिणाम देगा.
केतु अगर 9 या 12 नंबर लिखे स्थान पर है तो यह शुभ परिणाम देगा उसी जगह अगर संख्या 4,5,8 लिखी है तो यह अशुभ परिणाम देगा।

अब अगर आपको करना यह है कि अगर आपके ग्रह शुभ स्थान पर हैं तो उस को स्ट्रांग करने की जरूरत है जिससे ग्रह मजबूत हो क्योंकि वह शुभ स्थान पर देख रहकर अच्छे परिणाम दे सकते हैं वहीं अगर ग्रह अशुभ स्थान पर हैं तो उन ग्रहों का जब और दान विधि अनुसार किसी योग्य ज्योतिषी की सलाह लेकर करना होगा जिससे जो ग्रह अशुभ स्थान पर हैं वह आपको परेशान नहीं करेंगे।

Disclaimer यह जानकारी ज्योतिषियों द्वारा दिये गए इनपुट के आधार पर है । किसी भी प्रयोग को करने से पहले योग्य ज्योतिषी की राय अवश्य ले लें । आपकीखबर इन जानकारियों की जिम्मेदारी नही लेता है ।

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