मंगलवार को हनुमान जी के इस मंत्र का कर ले जाप ,बड़े से बड़ा कष्ट भी हो जाएगा दूर
21 दिनों में बड़े से बड़ा संकट दूर हो जाता है हनुमानजी के चमत्कारी मंत्र के जाप से
हनुमान जी को कलयुग में जीवित देवता माना जाता है और कहां जाता है कि हनुमान जी की आराधना से बड़े से बड़ा कष्ट भी खत्म हो जाता है हनुमान जी ऐसे देवता हैं जो प्रसन्न होने पर बड़े से बड़ा कष्ट भी काट देते हैं और यही कारण है कि हनुमान जी के मंदिर सबसे ज्यादा मिलते हैं राम भक्त हनुमान की पूजा से ऐसा कोई भी संकट नहीं है जिसको टाला न जा सके हनुमान जी के इस मंत्र से कहा जाता है कि कोई कितने भी बड़े संकट में हो कर्ज का संकट हो या किसी संकट हो तो हनुमान जी उसको हर हाल में काट देते हैं और उनकी शरण में आए हुए भक्तों की वह हर हाल में रक्षा करते हैं।
शंकर सुवन अंजनी पूत बलपति हनुमान दया करो राम भक्त वीर बलवान बल दो बना दो काया वज्र के समान तुम्हें राम की आन तुम्हें सीता की आन रहो सदा दाहिने सतगुरु की है पुकार दुहाई श्री कामाक्षा की महिमा है अपार ॐ श्री महावीराय नमः ॐ श्री कामाक्ष्यै नमः ॐ ह्रीं श्रीं फट स्वाहा |
हनुमान जी के इस मंत्र के जाप से जहां भक्तों को स्वास्थ्य और उसकी मनोकामना पूरी होती है वही बल प्राप्ति के लिए किसी बड़े संकट से यह बड़ी से बड़ी समस्या से लड़ने के लिए जब आदमी अंदर से पूरी तरीके से टूट चुका होता है तो उसको समस्याओं से जूझने के लिए बड़े से बड़े संकट से निपटने के लिए बल की जरूरत होती है और इस बल के कारण वह बड़ी से बड़ी समस्या को निपटा जा सकता है।
हनुमान जी की पूजा विधि
इस मंत्र का जाप 21 दिन तक मंगलवार को शुरू करना है ।
जिन लोगों द्वारा मंत्र का जाप किया गया उनके द्वारा अपना अनुभव जो बताया गया उसमें कहा गया कि इस मंत्र के जाप के 3 दिन बाद से ही उनके काम बनने शुरू हो गए और ऐसा तभी संभव होगा जब हनुमान जी के प्रति अगाध आस्था रखकर पूरे मन से इस मंत्र का जाप पूरे विधि-विधान से किया जाता है तो हनुमान जी की कृपा अवश्य रूप से प्राप्त होती है।
हनुमानजी की पूजा करने की विधि
हनुमान जी की पूजा करने के लिए बहुत ही सुंदर और साफ सफाई से हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए और प्रातः काल में यह शाम को हनुमान जी की पूजा करने का सबसे सही समय होता है और कोशिश करनी चाहिए कि ए लाल वस्त्र अगर धारण कर सकें तो बहुत ही अच्छा होता है नहीं तो आसन पर बैठकर हनुमान जी की आराधना करने के लिए उनको लाल चंदन का टीका लगाएं और लाल या पीले पुष्प हनुमानजी को अर्पित करते हुए धूपबत्ती और तिल के तेल की दीया जलाकर हनुमान जी से पहले उनका ध्यान करें और हनुमान जी का विधिवत ध्यान करते हुए अपनी मनोकामना को बोले और हनुमान जी से प्रार्थना करें कि इस विशेष मनोकामना की पूर्ति के लिए रात की आराधना करने जा रहे हैं और मनोकामना को पूरी करिए।