इस तरह से मिलेगा गायत्री मन्त्र के जाप का फायदा ,जानिए विधि और समय

इस तरह से मिलेगा गायत्री मन्त्र के जाप का फायदा ,जानिए विधि और समय

ज्योतिष डेस्क - Gayatri Mantra जाप के बड़े फायदे हैं लेकिन इसके पूजा की विधि और समय को जान लेना भी जरुरी है तभी इसका पूरा फायदा मिलता है |

गायत्री मंत्र का उच्चारण हिंदी में (gayatri mantra in hindi)

ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।

इस मन्त्र एक जाप करने से घर की सारी negetive energy ख़त्म होती है गायत्री मंत्र का जाप करने वाले के अंदर ऊर्जा का संचार होता | यह मन्त्र बोलने में भी बेहद ही आसान है और इसके जबरदस्त लाभ होते हैं | स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए.इससे memory sharp हो जाती है | गायत्री मन्त्र के उच्चारण से डॉक्टर भी बताते हैं की vocal chord भी खुल जाते हैं और जाप करने वाली की आवाज अच्छी हो जाती है और ओजस्वी हो जाती है |


गायत्री मंत्र का अर्थ(gaytri mantra meaning)

गायत्री मंत्र का मतलब है कि उस प्राण स्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अंतःकरण में धारण करें। अर्थात् 'सृष्टिकर्ता प्रकाशमान परमात्मा के प्रसिद्ध पवणीय तेज का (हम) ध्यान करते हैं, वे परमात्मा हमारी बुद्धि को (सत् की ओर) प्रेरित करें।

गायत्री मंत्र जाप का समय(chanting of gaytri mantra )

गायत्री मंत्र का जाप तीन बार(gaytri mantra chanting timing) किया जा सकता है. पहला समय है सूर्योदय से ठीक पहले, जिसे सूर्योदय के बाद तक करना चाहिए. दूसरा समय है दोपहर का और तीसरा समय है सूर्यास्त से ठीक पहले और सूर्यास्त के बाद तक करना चाहिए.

गायत्री मंत्र जाप के फायदे(gayatri mantra benefits)

ऐसी मान्यता है की गायत्री मंत्र के रोज जाप करने से घर में हमेसा सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह रहता है और कोई भी काम करने की प्रेरणा मिलती है और कहा जाता है की अगर पूरे मनोयोग से कोई काम किया जाए तो सफलता मिलने की सम्भावना और भी जयदा हो जाती है |





इसके कई सारे health benefits भी होते हैं जब चित्त शांत और मन में कोई तनाव नहीं होता है तो चेहरे पर अपने आप ही एक चमक आ जाती है |

किसी के भी कुंडली में अगर राहु का प्रकोप है तो उसे शिव गायत्री मन्त्र का जाप करना चाहिए इससे पितृदोष, कालसर्प दोष, राहु-केतु तथा शनि की पीड़ा से मुक्ति मिलती है.

-शिव गायत्री मंत्र: ॐ तत्पुरुषाय विदमहे, महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्.

गायत्री मंत्र का जाप के साथ ही इसका हवन भी करना चाहिए हवन के लिए हवन सामग्री के साथ ही नारियल का बुरा और घी का हवन गायत्री मंत्र के सा​थ करने से शत्रुओं का नाश होता है.

जिन लोगों को गायत्री मन्त्र का जाप जिन लोगों को नहीं आता है वह इसे download किया जा सकता है |

shankar mahadevan gayatri mantra


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