कौन से दिन कौन से भगवान की पूजा की जाती है जानिए Koun Se Din Kis Bhagvan Ki Puja Karni Chahye
सोमवार के दिन किन देवताओं की पूजा करनी चाहिए?
हिन्दू धर्म में सोमवार को भगवान शिव के दिन के रूप में माना जाता है। इसलिए, सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा और अर्चना की जाती है। भगवान शिव को भोलेनाथ और नीलकंठ के रूप में पूजा जाता है और उनके प्रति भक्ति, प्रार्थना और ध्यान किया जाता है। शिव के पूजन में जल, दूध, धातु, फल, पुष्प, बिल्वपत्र, धूप, दीप, नैवेद्य, चंदन और बृंदावन के फूल उपयोग किए जाते हैं। भगवान शिव की त्रिशूल, डमरू और नंदी को भी पूजा जाता है।
मंगलवार के दिन किसी पूजा करनी चाहिए
हिन्दू धर्म में मंगलवार को भगवान हनुमान के दिन के रूप में माना जाता है। इसलिए, मंगलवार के दिन भगवान हनुमान की पूजा और अर्चना की जाती है। भगवान हनुमान को पवनपुत्र और मारुति नंदन के रूप में पूजा जाता है, और उनके प्रति भक्ति प्रार्थना और ध्यान किया जाता है। और हनुमान चालीसा, हनुमान अष्टक, बजरंग बाण, और संकटमोचन हनुमानाष्टक का पाठ किया जाता है।वही मंगलवार को हनुमान जी की पूजा के दौरान बिल्वपत्र, तिल, उड़द की दाल, मिठाई, नारियल, दूध, दही, घी, शहद, और फल भोग लगाया जाता है।
बुधवार को कौन से देवता की पूजा करनी चाहिए?
हिन्दू धर्म में बुधवार को भगवान बुद्ध के दिन के रूप में माना जाता है। इसलिए, बुधवार के दिन भगवान बुद्ध की पूजा और अर्चना की जाती है।बुद्ध को गौतम बुद्ध के रूप में पूजा जाता है, और उनके प्रति भक्ति, प्रार्थना और ध्यान किया जाता है। बुद्ध पूजन के दौरान मंदिरों या घरों में बुद्ध की मूर्ति के सामने धूप, दीप, फल, फूल, अगरबत्ती, और नैवेद्य चढ़ाया जाता है।
बृहस्पतिवार को कौन से भगवान की पूजा करनी चाहिए?
हिन्दू धर्म में गुरुवार को गुरु ग्रह (बृहस्पति) के दिन के रूप में माना जाता है। इसलिए, गुरुवार के दिन गुरु ग्रह की पूजा और अर्चना की जाती है। गुरु ग्रह को बृहस्पति और गुरु के नाम से भी जाना जाता है, और उन्हें भगवान विष्णु के रूप में भी पूजा जाता है। गुरु ग्रह के प्रति श्रद्धा, ध्यान और प्रार्थना की जाती है। गुरु पूजा के दौरान मंदिरों या घरों में गुरु की मूर्ति के सामने धूप, दीप, फल, फूल, अगरबत्ती, और नैवेद्य चढ़ाया जाता है।
शुक्रवार को किसकी पूजा करनी चाहिए?
हिन्दू धर्म में शुक्रवार को भगवान वेणुकार (शुक्र ग्रह) के दिन के रूप में माना जाता है। इसलिए, शुक्रवार के दिन भगवान वेणुकार की पूजा और अर्चना की जाती है।भगवान वेणुकार को शुक्र और शुक्रग्रह के नाम से भी जाना जाता है, और उन्हें भगवान शुक्र के रूप में भी पूजा जाता है। वेणुकार ग्रह के प्रति श्रद्धा, ध्यान और प्रार्थना की जाती है। वेणुकार पूजा के दौरान मंदिरों या घरों में वेणुकार की मूर्ति के सामने धूप, दीप, फल, फूल, अगरबत्ती, और नैवेद्य चढ़ाया जाता है। और शुक्रवार के दिन ही माता लक्ष्मी की भी पूजा की जाती है
शनिवार के दिन किसकी पूजा करनी चाहिए?
हिन्दू धर्म में शनिवार को भगवान शनि के दिन के रूप में माना जाता है। इसलिए, शनिवार के दिन भगवान शनि की पूजा और अर्चना की जाती है। भगवान शनि को शनिदेव और शनि ग्रह के रूप में पूजा जाता है, और उनके प्रति भक्ति, प्रार्थना और ध्यान किया जाता है। शनि पूजा के दौरान मंदिरों या घरों में भगवान शनि की मूर्ति के सामने धूप, दीप, फल, फूल, अगरबत्ती, और नैवेद्य चढ़ाया जाता है। कुछ लोग शनिवार को शनि पूजा करते हैं और उनके लिए विशेष भोजन बनाते हैं। शनि पूजन के दौरान शनि स्तोत्र या शनि मन्त्रों का जप किया जाता है।
रविवार के दिन किसकी पूजा करनी चाहिए?
हिन्दू धर्म में रविवार को भगवान सूर्य के दिन के रूप में माना जाता है। इसलिए रविवार के दिन भगवान सूर्य की पूजा और अर्चना की जाती है। और भगवान सूर्य को आदित्य और रवि के नाम से भी जाना जाता है और उनके प्रति भक्ति और प्रार्थना और ध्यान किया जाता है।सूर्य पूजा के दौरान मंदिरों या घरों में भगवान सूर्य की मूर्ति के सामने धूप, दीप, फल, फूल, अगरबत्ती, और नैवेद्य चढ़ाया जाता है।