माँ दुर्गा होंगी प्रसन्न अगर नवरात्रि आप करते हैं हैं यह काम
Sep 30, 2016, 18:30 IST
जानिए नवरात्र में क्या करें -
जितना हो सके लाल रंग के आसन पुष्प वस्त्र का प्रयोग करे क्योकि लाल रंग माँ को सर्विपरी है |सुबह और शाम मां के मंदिर में या अपने घर के मंदिर में दीपक प्रज्जवलित करें। संभव हो तो वहीं बैठकर मां का पाठ करें दुर्गा सप्तसती और दुर्गा चालीसा पढ़े ।हर दिन माँ की आरती का थाल सजा कर आरती करे ।मां को हर दिन पुष्प माला चढाएं।नौ दिन तन और मन से उपवास रखें।अष्टमी-नवमीं पर विधि विधान से कंजक पूजन करें और उनसे आशीर्वाद जरूर लें।घर पर आई किसी भी कन्या को खाली हाथ विदा न करें।नवरात्र काल में माँ दुर्गा के नाम की ज्योति अवश्य जलाए। अखण्ड ज्योत जला सकते है तो उतम है। अन्यथा सुबह शाम ज्योत अवश्य जलाए।ब्रमचर्य व्रत का पालन करें। संभव हो तो जमीन पर शयन करें ।नवरात्र काल में नव कन्याओं को अन्तिम नवरात्र में घर बुलाकर भोजन अवश्य कराए। नव कन्याओं को नव दुर्गा रूप मान कर पुजन करे और आवभगत करे ।
जानिए नवरात्र में क्या ना करें---
जहां तक संभव हो नौ दिन उपवास करें। अगर संभव न हो तो लहसुन-प्याज का सेवन न करें। यह तामसिक भोजन की श्रेणी में आता है।कैंची का प्रयोग जहां तक हो सके कम से कम करें। दाढी, नाखून व बाल काटना नौ दिन तक बंद रखें।निंदा, चुगली, लोभ असत्य त्याग कर हर समय मां का गुनगाण करते रहें।मां के मंदिर में अन्न वाला भोग प्रसाद अर्पित न करे ।============================================================माता भगवती आपकी समस्त मनोकामनाओं को पूरा करें।।जय माता दी।। जय माता दी।।
पंडित "विशाल" दयानन्द शास्त्री,(ज्योतिष-वास्तु सलाहकार) राष्ट्रीय महासचिव-भगवान परशुराम राष्ट्रीय पंडित परिषद् मोब. 09669290067 (मध्य प्रदेश) वॉटसअप नंबर ---09039390067....
जितना हो सके लाल रंग के आसन पुष्प वस्त्र का प्रयोग करे क्योकि लाल रंग माँ को सर्विपरी है |सुबह और शाम मां के मंदिर में या अपने घर के मंदिर में दीपक प्रज्जवलित करें। संभव हो तो वहीं बैठकर मां का पाठ करें दुर्गा सप्तसती और दुर्गा चालीसा पढ़े ।हर दिन माँ की आरती का थाल सजा कर आरती करे ।मां को हर दिन पुष्प माला चढाएं।नौ दिन तन और मन से उपवास रखें।अष्टमी-नवमीं पर विधि विधान से कंजक पूजन करें और उनसे आशीर्वाद जरूर लें।घर पर आई किसी भी कन्या को खाली हाथ विदा न करें।नवरात्र काल में माँ दुर्गा के नाम की ज्योति अवश्य जलाए। अखण्ड ज्योत जला सकते है तो उतम है। अन्यथा सुबह शाम ज्योत अवश्य जलाए।ब्रमचर्य व्रत का पालन करें। संभव हो तो जमीन पर शयन करें ।नवरात्र काल में नव कन्याओं को अन्तिम नवरात्र में घर बुलाकर भोजन अवश्य कराए। नव कन्याओं को नव दुर्गा रूप मान कर पुजन करे और आवभगत करे ।
जानिए नवरात्र में क्या ना करें---
जहां तक संभव हो नौ दिन उपवास करें। अगर संभव न हो तो लहसुन-प्याज का सेवन न करें। यह तामसिक भोजन की श्रेणी में आता है।कैंची का प्रयोग जहां तक हो सके कम से कम करें। दाढी, नाखून व बाल काटना नौ दिन तक बंद रखें।निंदा, चुगली, लोभ असत्य त्याग कर हर समय मां का गुनगाण करते रहें।मां के मंदिर में अन्न वाला भोग प्रसाद अर्पित न करे ।============================================================माता भगवती आपकी समस्त मनोकामनाओं को पूरा करें।।जय माता दी।। जय माता दी।।
पंडित "विशाल" दयानन्द शास्त्री,(ज्योतिष-वास्तु सलाहकार) राष्ट्रीय महासचिव-भगवान परशुराम राष्ट्रीय पंडित परिषद् मोब. 09669290067 (मध्य प्रदेश) वॉटसअप नंबर ---09039390067....