कौन सी मनोकामना के लिए करें किस देवी देवता की पूजा, जानें यहां

कौन सी मनोकामना के लिए करें किस देवी देवता की पूजा, जानें यहां

manokamna purti mantra durga: जीवन में अगल अलग तरह की हमारी कामनाएं होती हैं, इच्छाएं हमारी होती हैं और उन इच्छाओं की पूर्ति के लिए हम अलग अलग देवी-देवताओं की उपासना करते हैं. दरअसल ये जो देवी देवता हैं वो हमारे मन के अलग अलग प्रतिरूपक हैं हमारे मन के ही अलग अलग हिस्से हैं. लेकिन बहुत बार ऐसा होता है कि हम ये जान नहीं पाते कि किस देवी देवता की उपासना करने से किस तरह का वरदान प्राप्त होगा. आज बात करेंगे कि मां सम्मान के लिए विवाह के लिए, रोजगार के लिए किसकी पूजा करना आपके लिए बेहतर होगा. किस देवता की पूजा से आपको लंबी आयु का वरदान मिलेगा और मुक़दमे से या कर्ज से मुक्ति के लिए किस देवी के पूजा करने से आपको लाभ मिलेगा. चलिए जानते हैं इस बारे में...

अलग अलग तरह की हमारी मनोकामनाएं हैं जैसे हमारे जीवन के अलग अलग हिस्सों हैं के लिए भोजन का एक हिस्सा है मकान का

एक हिस्सा है शरीर का एक हिस्सा है जीएवं के अलग अलग हिस्सों के अलग अलग चीजोब्नके लिए किस देवी देवता की पूजा करनी चाहिए ताकि हमारी जीवन की मनोकामना पूरी हो जाए यानि जिस तरह की मनोकामना हो उस तरह की देवी देवता की पूजा करना हमारे लिए फायदेमंद होगा

मान-सम्मन के लिए: सूर्य देवता की उपासना सबसे ज्यादा उत्तम मानी जाती है यानिया अगर आपको मां सम्मान चैये अगर आपको मान और यश चाहिए तो इसके लिए अओप्को सूर्य भगवान की आराधना करना बेहतर होगा. कैसे कारेंगे उपासना? इसके लिए आपको रोज सवेरे तांबे के लोटे से सूर्य देवता को जल अर्पित करना है आपको. सवेरे का मतलब जितना अर्ली मोर्निंग हो यानि आज की डेट में कहें तो सात बजे (07 a.m) के पहले जब सूर्य के अन्दर लालिमा मौजूद हो तो उस समय अगर आप सूर्य को जल अर्पित करेंगे तो लाभ होगा. जल में थोड़ा रोली मिला मिजिएगा. जल में रोली मिलाकर वो जल आपको सूर्य आपको सूर्य भगवान को अर्पित करना है और जब आप सूर्य भगवान को जल अर्पित कर देंगे तो आप देखेंगे कि लोटे के किनारे जरा सी रोली बच जाती है या लगी रह जाती है इसी रोली को आपको अपने मस्तक पर और कंठ में लगा लेना है. जैसे ही आप जल अर्पित करे उसके बाद सूर्य भगवान को प्रणाम करें और उनसे अपने मान -सम्मान के लिए, अपने यश की कामना करें. इसके बाद आप रोली का तिलक अपने मस्तक पर और कंठ पर लगाएं तो आपको लाभ होगा. साथ ही अगर आप नियमित रूप से इसे करें तो अपार मान-सम्मान की प्राप्ति होगी.

जल्द शादी-विवाह के लिए: रोज सावरे मां दुर्गा के सामने घी का एक दीपक जलाएये इसके बाद पुरुष हैं या बालक हैं अगर शादी जल्दी नहीं हो पा रही हो तो ऐसी दशा में पुरुष अर्पित करेंगे द्वी मां दुर्गा को और जो स्त्रियाँ हैं या जो बालिकाएं हैं जिनका विवाह नहीं हो पा रहा है वो मां दुर्गा को सिंदूर लगाएंगी. इसके बाद देवी का एक नवार्ण मंत्र है "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे" इस मंत्र का आपको जप करना है. अगर ये उपाय लगातार तीन महीने तक करते हैं तो आपको जल्द विवाह के योग बनेंगे और शीघ्र शादी-विवाह हो जाएगा.

नौकरी के लिए: नौकरी के शनि देव की उपासना करना सबसे बेहतर होता है. सवाल चाहे नौकरी पाने का हो या नौकरी में बेटरमेंट का हो चाहे सेटेलमेंट का हो इसके लिए शनि देव की पूजा बेहतर होगा. कैसे करेंगे? इसके लिए सबसे पहले शनिवार का व्रत रखें. सूर्योदय से पहले सुबह उठकर के स्नान के पश्चात एक लोटा जल लेकर के जाइए और पीपल के वृक्ष के जड़ में ये जल डाल दीजिये. शाम के समय पीपल के नीचे तेल का दीया जलाएं और इसके बाद वहीं पर शनि मंत्र का जाप करें. साथ ही रात में उड़द की दाल की खिचड़ी खानी है और लोगों को खिलानी है. यानि शनिवार को प्रातः काल आपको पीपल में जल डालना है शनिवार को शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलना है शानिवार का व्रत रखना है और शनिवार की रात में पूजा क्र उपरांत आप उरद के दाल के बनी हुई खिचड़ी खा सकते हैं और खिला सकते हैं. ऐसा आप शनिवार के शनिवार करते जाइए. तकरीबन 11 शनिवार ये उपाय किए जाएं तो निश्चित रूप से शनि संबंधी बाधाएं दूर होती है और नौकरी का तो मालिक ही शनि है. जब शनै को प्रलब करेंगे तो नौकरी पान आपके लिए आसान होगा. या नौकरी से जुड़ी कोई भी समस्या है तो वह जल्द ही हल होगी.

व्यापार में लाभ के लिए: व्यवसाय के लिए मां लक्ष्मी की उपासना करना सबसे बेहतर होगा. कारोबार की जगह पे यानि जहाँ भी आपका काम है, जहाँ पे आप बिजनेस करते हैं वहां पर आपको मां लक्ष्मी का एक चित्र लगाना है. माँ लक्ष्मी गुलाबी रंग के कमल के फूल पर बैठी होंगी और उनके हाथों से धन बरस रहा होगा ऐसा चित्र आपको अपने काम करने की जगह पर लगा लेना है. किसी भी दिन लगा सकते हैं वैसे शुक्रवार के दिन लगाना ज्यादा बेहतर होगा. कम शुरू करने के हल्ले मां को रुई में लगाकर गुलाब का इतर अर्पित करें. फिर वही रुई से गुलाब का इतर अपने अआप को भी लगा लें और उसके बाद अपना काम शुरू करें. आपको व्यवसाय में अवश्य सफलता की प्राप्ति होगी. अगर आप कारोबार में या व्यापार में सफलता चाहते हैं तो आप्नको शुद्ध रूप से मां लाक्ष्मी की पूजा करनी होगी और मां लक्ष्मी की कृपा से ही आपको बिजनेस में, कारोबार में या व्यापार में सफलता मिलेगी.

ये सब चीजें जो उपाय बता रहे हैं ये व्यर्थ हैं अगर किसी व्यक्ति के पास उम्र ही न हो या किसी व्यक्ति के पास कम उम्र हो तो कोई फायदा ही नहीं होगा इसलिए आयु के रक्षा भी बहुत महत्वपूर्ण सवाल है कि ऐसा क्या करें किस देवी देवता की पूजा करें जिससे उम्र लंबी हो शरीर स्वस्थ रहे, क्योंकि अगर आपके पास उम्र नहीं है, अगर आपके पास अच्छा स्वस्थ शरीर नहीं हो तो कोई फायदा नहीं होगा आपको तमाम उपाय करने का. तो आयु की रक्षा की किस देवी या देवता की उपासना करनी चाहिए वो भी जान लेते हैं.

आयु की रक्षा के लिए भगवान शिव की उपासना करना सबसे ज्यादा उत्तम होता है. अपने आयु के रक्षा के लिए अपने बेहतर स्वस्थ के लिए देवाधिदेव महादेव शिव की पूजा करनी चाहिए. कैसे करेंगे? रोज सवेरे भगवान शिव को पंचामृत अर्पित करेंगे दूध दही शहद शक्कर और घी ये मिलाकर के जरा सा पंचामृत बना लानेगे और उसको शिवलिंग पर गिराकर के अर्पित करें. उसके बाद शिव जी को जल अर्पित करें ये प्रक्रिया मंदिर में भी कर सकते हैं और अगर अपने घर पर शिवलिंग स्थापित किया है तो अपने घर में भी ऐसा कर सकते हैं. इसके बाद उन्हें जल चढ़ाइए और फिर अमृत मृत्युंजय का मंत्र है उसका 108 बार जाप करेंगे. मंत्र है- "ॐ जूं सः माम पालय पालय" अगर ये प्रयोग किया जाए तो निश्चित रूप से आपके आयु की और आपके स्वास्थ्य की रक्षा होगी. रोज कर सकें तो बहुत अच्छा है ये प्रयोग नहें तो सप्ताह में एक दिन सोमवार के दिन अगर कोई भी व्यक्ति हर मन-डे मन-डे ही ये प्रयोग तो उसके आयु की और उसके स्वास्थ्य की रक्षा निश्चित होगी.

मान लिया की आप किसे मुकदमे में फंस गए हैं या किसी मुकदमे से परेशान हैं, कर्जे से परेशान हैं तो ऐसा क्या करें किस देवी देवता की उपासना करें कि मुकदमे से छुटकारा मिले. या अगर किसी कर्ज की समस्या में फंसे हैं तो कर्ज से छुटकारा मिले. क्या करेंगे?

मुकदमे और कर्ज से मुक्ति के लिए: मुकदमे और कर्ज से मुक्ति के लिए हनुमान जी की उपासना सबसे ज्यादा उत्तम है. "संकट तेहनुमान छुडावै, मन क्रम बचन ध्यान जो लावै". जो मन से कर्म से और वचन से हनुमान जी का ध्यान करता है, हनुमान जी उसे हर तरह के संकट से मुक्ति देते हैं. और खास तौर से संकट किसी मुकदमे का हो किसी वाद-विवाद का हो, कोर्ट में केस चल रहा हो, मुकदमेबाजी हो रही हो या कर्जे से परेशान हों या लोन से परेशान हों तो इसके लिए हनुमान जी उपासना करेंगे. कैसे करेंगे? रोज सवेरे एक चुटकी सिंदूर हनुमान जी को उनके मस्तक पर या उनके चरणों में लगा देंगे. अगर आप महिला हैं तो आप सिंदूर नहीं लगाएंगी आप केवल लाल फूल हनुमान जी को अर्पित कर दीजियेगा. इसके बाद हनुमान जी को गुड़ का भोग लगाइए. जरा अ गुड़ का भोग एक प्लेट में या किसी पवित्र पात्र में रखकर के हनुमान जी को अर्पित कीजिये. और इसके बाद एक मंत्र अआप्को पढना है- मंत्र है- "ॐ नमो भगवते रामदूताय" इस मंत्र का 108 बार आपको जप करना है. इस मंत्र को 108 बार जप करेंगे तो आपको कर्ज से या मुकदमे से छुट्टी मिलेगी. ये प्रयोग आपको रोज करना है. कम से कम एक महीने तक या इक्कीस दिनों तक लगातार ये प्रयोग करने से मुकदमे की बाधाएं दूर होंगी और कर्ज से आपको छुटकारा मिलना शुरू हो जाएगा.

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