निर्जला एकादशी इस दिन व्रत रह लिया लिया तो साल भर के सारे कष्ट ख़त्म
निर्जला एकादशी इस दिन किया गया व्रत सारे व्रत का लाभ देता है
जिस व्रत को भीम ने किया था उस निर्जला एकादशी व्रत को करने से भगवान् विष्णु खुस होते हैं जिसके कारण से धन धन्य की कोई कमी नहीं रहती है और व्यक्ति निरोग रहता है सौभाग्य की प्राप्ति के साथ ही सारे पापों का नाश होता है इसीलिए इसे भीम एकादशी भी कहते हैं |
भगवान् विष्णु के बारे में कहा जाता है की अगर किसी के ऊपर भगवान् विष्णु की कृपा होती है तो उसके पास धन और सुख की कोई कमी नहीं होती है |
ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी कहते हैं। इस साल यह एकादशी मंगलवार 02 जून 2020 को है। साल में आने वाली 24 एकादशी में से निर्जला एकदाशी सबसे ज्यादा बड़ी और महत्वपूर्ण माना जाता है।
भगवान् विष्णु को श्रृष्टि का पालनहार कहा जाता है |
इस दिन भगवान विष्णु की पूजा अराधना का विशेष महत्व है।२ जून को पड़ने वाले निर्जला एकादशी को भगवान् विष्णु की पूजा निर्जल रहकर की जाती है साथ ही एकादशी के सूर्योदय से द्वादशी के सूर्योदय तक निर्जल (बिना पानी के) व्रत रखने का महत्व है। इसके साथ निर्जला एकादशी का यह व्रत जीवन में जल की महत्वता को बताता है। आइए निर्जला एकादशी से जुड़ी कुछ अहम बातें जानते हैं।