क्यों होता है Depression ? किस ग्रह के कारण होता है MentalStress , जानिए ज्योतिष में क्या है इसके उपाय
Reason of Depression: ज्योतिष में तनाव का मुख्य कारक ग्रह चंद्रमा को माना गया है।
चन्द्रमा का उपाय करके Depression से बचा जा सकता है
Reason of Depression: अवसाद (Depression) यानि डिप्रेशन आज कल बढ़ता जा रहा है। यहां तक की छोटे-छोटे बच्चों में भी ये समस्या देखने को मिल रही है। इसके अलावा तमाम युवाओं और बुजुर्गों में यह समस्या देखने को मिलती है। जब इंसान अवसाद से पूरी तरह ग्रसित हो जाता है तो कई बार वह आत्महत्या करने का भी जोखिम उठा लेता है। ऐसा मनोवैज्ञानिकों का कहना है। परंतु आज हम ये जानेंगे कि ज्योतिष में अवसाद को किस रूप में देखा गया है यानि किस ग्रह के कारण अवसाद (मानसिक बीमारी) उत्पन्न होते हैं और इसके उपाय क्या हैं....
तनाव (Depression) के कारक ग्रह
ज्योतिष के मुताबिक मन का कारक ग्रह चंद्रमा है। ऐसे में डिप्रेशन की समस्या चंद्रमा की गड़बड़ी से आती है। इसके अलावा बुध ग्रह भी इसके लिए कुछ हद तक जिम्मेदार होता है। दरसअल बुध या तो डिप्रेशन को बढ़ाएगा, घटाएगा या फिर इसे नियंत्रित करके रखेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि बुद्धि ही मन पर नियंत्रण कर सकती है।
ऐसा देखा गया है कि जिस जातक की कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो और यदि बुध मजबूत हो तो व्यक्ति डिप्रेशन पर काबू पा लेता है।
ज्योतिष के जानकार ऐसा बताते हैं कि अगर कुंडली में चंद्रमा दूषित, पाप ग्रहों से ग्रसित या चंद्रमा अस्त है तो ऐसे में डिप्रेशन की संभावना बढ़ जाती है।
वहीं अगर चंद्रमा को शनि या राहु प्रभावित करेगा तो भी जातक अवसाद ग्रसित होगा। इसके अलावा चंद्रमा को शनि प्रभावित करेगा तो जातक या तो बहुत अधिक डिप्रेशन में चला जाएगा अथवा सन्यासी बन जाएगा। जबकि राहु से सम्बंधित डिप्रेशन काल्पनिक बीमारी पैदा करता है।
ज्योतिष में तनाव के उपाय (remedies for Depression in astrology)
उपाय- 1: सोमवार के दिन भगवान शिव को चावल की खीर बनाकर अर्पित करें। साथ ही भोजन के अंत में इस खीर को खाएं।
उपाय- 2 रात को सोने से पहले 9 बार गायत्री मंत्र का जाप करके सोएं।
उपाय- 3: ज्योतिषी से सलाह लेकर चंद्रमा का स्टोन सोमवार के दिन धारण करें।
उपाय- 4: हर शनिवार की शाम को पीपल-वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। साथ ही संभव हो तो किसी जरूरतमंद को भोजन कराएं।
उपाय- 5: सोमवार के दिन भगवान शिव को चंदन का लेप या इत्र अर्पित करें।