Sarkari Naukari Ke Upay : रामचरितमानस की कौन सी चौपाई से मिलेगी सरकारी नौकरी,  जानिए उपाय

Sarkari Naukri Pane Ke Liye Kya Upay Karen?
सरकारी नौकरी पाने के लिए कौन सा टोटका करें

Ramcharitmanas Ki Chaupai

Sarkari Naukri Ke Liye Upay

Ramcharitmanas Ke Niyam

 

Sarkari Naukari Ke Upay: तुलसी जी द्वारा रचित रामचरित मानस को महाकाव्य का दर्जा दिया गया. इसमें 12,800 पंक्तियां, 1073 दोहे और 4608 चौपाइयां हैं. बता दें कि ये सभी दोहे और चौपाइयां अपने आप में इतने ताकतवर हैं कि इंसान के जीवन को सफल बना सकते हैं.

sarkari naukri ke liye upay

गोस्वामी तुलसी दास द्वारा रचित रामचरित मानस की चौपाइयों में इतनी क्षमता है कि इनका पाठ करने से बड़े से बड़े अधूरे काम पूरे हो सकते हैं. साथ ही आपको अपने जीवन में सफलता हासिल हो सकती है. रामचरित मानस में सात कांड हैं, जिनमें से एक बालकाण्ड भी है. इसमें ऐसी चौपाइयां हैं जिनका नित्य पाठ करने से आपको अपने जीवन में धनलाभ, सुख शांति सब कुछ मिल सकती है. आइए जानते हैं कि इन चौपाइयों का पाठ कैसे करें, क्या हैं वे चौपाइयां...

सरकारी नौकरी के लिए किस तरह पूजा करें?

Ramcharit Manas Ki Chaupai: तुलसी जी द्वारा रचित रामचरित मानस को महाकाव्य का दर्जा दिया गया. इसमें 12,800 पंक्तियां, 1073 दोहे और 4608 चौपाइयां हैं. बता दें कि ये सभी दोहे और चौपाइयां अपने आप में इतने ताकतवर हैं कि इंसान के जीवन को सफल बना सकते हैं. इसके दोहे और चौपाइयों में ही सफलता के मंत्र हैं. यदि आप इनका पाठ प्रतिदिन करते हैं तो जल्द ही आपको जल्दी ही सफलता मिल सकती है. रामचरित मानस की ये चौपाई बालकांड से ली गई है और इसका पाठ करने से जल्दी ही आपको नौकरी मिलने का योग बन सकता है.

बिस्व भरन पोषण कर जोई। ताकर नाम भरत अस होई।। जाके सुमिरन तें रिपु नासा। नाम सत्रुहन बेद प्रकासा।।

अर्थात- जो संसार का भरण-पोषण करते हैं, उनका नाम भरत होगा। जिनके स्मरण मात्र से शत्रु का विनाश हो जाए, उनका वेदों में प्रसिद्ध शत्रुघ्न नाम है.

रामचरित मानस का पाठ कैसे करें?

रामचरित मानस के किसी भी चौपाई या दोहे का पाठ करने के लिए अपने पूजा स्थल में या मंदिर में एक लकड़ी की रहल ( चौकी ) स्थापित करें। इसके बाद भगवान राम की एक तस्वीर सामने थोड़ी ऊंचाई पर रखें और उसके सामने कलश स्थपना करें। कलश में घी के दीपक जलाकर श्रीराम की स्तुति करें, और भगवान गणेश जी की आरती के साथ मानस का पाठ शुरू करें। जिनको अपने जीवन में नौकरी की आवश्यक है उन्हें इस चौपाई को 108 बार पढ़ना चाहिए। और अंत में भगवान श्री राम की आरती कर उनसे अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगना चाहिए साथ ही भगवान से अपनी सफलता के लिए मनोकामना करनी चाहि ए।

रामचरित मानस के विशेष नियम

कहा जाता है कि रामचरित मानस का पाठ चौबीस घंटे का होता है. इसलिए इसका पाठ करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए ... 

  1. रामचरित मानस का पाठ करने के लिए भगवान राम की तस्वीर या मूर्ति सामने रखें।
  2. पाठ के समय शांत वातावरण का उपयोग करें और रहल के ऊपर पुस्तक रखकर पाठ करें।
  3. पूरी मानस का पाठ करने के लिए 24 घंटे का समय लेना चाहिए।
  4. एक ही चौपाई का पाठ करने के लिए कम से कम 108 बार दोहराना चाहिए।
  5. अंत में आरती के बाद लाल कपड़े में पुस्तक को लपेटकर पूजा-घर में रखें।

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जीवन की किसी भी प्रकार की सफलता प्राप्त करने के लिए सबसे पहला प्रयास यह होता है कि आपको अपना कर्म पूरी लगन के साथ करना चाहिए। यदि आप सही दिशा में काम कर रहे हैं तो आपका भाग्य भी आपका साथ देगा। साथ धार्मिक ग्रंथों का पाठ कर उनका ज्ञान अर्जित करना चाहिए। इससे आप अंदर से मजबूत हो सकते हैं. दिमाग में चल रहीं नकारात्मकता आपसे दूर भागेगी। साथ ही आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।

रामचरित मानस का महत्व
Ramcharit Manas Ka Mahtwa: रामचरित मानस भारतीय संस्कृति की अमूल्य निधि है. यह सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण महाकाव्य है. गोस्वामी तुलसीदास ने इसकी रचना की थी. यह ग्रंथ आस्था से जुड़ा है. हिंदू धर्म के लोग इस ग्रंथ की पूजा करते हैं। रामचरित मानस की चौपाइयां और मंत्र लोगों को अच्छी सीख देते हैं. कुछ चौपाइयां तो ऐसी भी हैं कि जिनके पाठ से बड़ी से बड़ी समस्या का हल निकल जाता है. जीवन में बड़ा बदलाव आता है. साथ ही सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
रामचरित मानस की रचना गोस्वामी तुलसीदास ने अवधी भाषा में 16वीं सदी में की. इस ग्रंथ को अवधी साहित्य की एक महान कृति माना जाता है. रामचरित मानस का भारतीय संस्कृति में एक विशेष स्थान है. उत्तर भारत में रामायण के रूप में यह बहुत चर्चित है. लोग इसकी पूजा करते हैं, साथ प्रतिदिन चौपाइयों और दोहे का पाठ करते

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