शमी का पौधा कहाँ लगाना चाहिए ? जिससे शनि भगवान् की कृपा बनी रहे और कट जाएँ सारे कष्ट  

 शमी की पूजा करने का सही तरीका क्या है ?
शमी का पौधा लगाने के फायदे

 शनि को प्रसन्न करना है तो शमी का पौधा लगाकर पूजा करें ,पूजा विधि ,किस दिन लगाएं शमी का पौधा ?

मनुष्य को उसके कर्मों के अनुसार फल मिलता है और कर्मों के अनुसार ही उसके फल का निर्धारण होता है | इसलिए सबसे पहले तो मनुष्य को अपने कर्मों को सही रखना चाहिए क्योंकि शनि कर्मों के देवता है और जैसा कर्म करेंगे उसके अनुसार ही मिलेगा फल | 

शनि को न्याय का देवता माना जाता है, ऐसे में शनि के द्वारा कर्म के तहत दंड दिए जाने के चलते ही लोग इसकी दशा को लेकर काफी परेशान रहते हैं। यहां तक कि इसे क्रूर ग्रह तक माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं? कि जिस किसी पर शनि प्रसन्न हो जाते हैं। उसे वे बहुत मजबूत स्थिति में ले जाते हैं, यानि मान्यता के अनुसार वे रंक को राजा की स्थिति में ला देते हैं। ऐसे में हर कोई शनिदेव को प्रसन्न करना चाहता है, ताकि उनकी परेशानियों दूर हो सकें।

इस संबंध में ज्योतिष धर्म शास्‍त्रों में कई तरह के पौधों का जिक्र मिलता है जो कि ग्रह-नक्षत्रों संबंध‍ित परेशान‍ियां चुटकियों में दूर कर देते हैं। वहीं जब बात शन‍ि देव के प्रकोप से राहत पाने की आती है तब अन्‍य पूजा के साथ ही पीपल वृक्ष के उपायों की बात की जाती है। लेकिन पीपल को घर में लगाने की मनाही है तो कई बार इसकी पूजा कर पाना संभव नहीं होता।

ऐसे में ज्‍योतिष शास्‍त्र में शन‍ि देव को प्रिय एक अन्‍य पौधे का जिक्र मिलता है। मान्यता है कि यदि इसे आप अपने घर में लगाकर, इसकी न‍ियमित रूप से पूजन-अर्चना करें, तो शन‍ि प्रकोप से राहत मिलती है।

ये पौधा है शमी का, जिसके पेड़ की लकड़ी को यज्ञ की वेदी के लिए पवित्र माना जाता है। शनिवार को करने वाले यज्ञ में शमी की लकड़ी से बनी वेदी का विशेष महत्व है।

शमी पौधे का महत्व 

हिन्दू धर्म शास्त्रों में शमी के पेड़ का खास महत्व बताया गया है।

: माना जाता है कि शमी के पेड़ की पूजा करने से घर में शनि का प्रकोप कम होता है। यूं तो शास्त्रों में शनि के प्रकोप को कम करने के लिए कई उपाय बताएं गए हैं, लेकिन इन सभी उपायों में से प्रमुख उपाय है शमी के पेड़ की पूजा।

शमी का पौधा घर में लगाने से क्या होता है?

: ज्योतिष के अनुसार घर में शमी का पौधा लगाकर पूजा करने से कामों में आने वाली रुकावट दूर होती है। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि शमी के पेड़ में शनिदेव का वास होता है।

: आयुर्वेद की नजर में शमी अत्यंत गुणकारी औषधि है। कई रोगों में इस वृक्ष के अंग काम लिए जाते हैं। शमी के पेड़ के दर्शन को शुभ माना जाता है।

लोग किसी भी काम पर जाने से पहले इसके दर्शन करते और इसे माथे से लगाते हैं, ऐसे करने से उन्हें उस काम में कामयाबी मिलती है। शमी के पेड़ पर कई देवताओं का वास होता है।

: शमी के कांटों का प्रयोग तंत्र-मंत्र बाधा और नकारात्मक शक्तियों के नाश के लिए होता है।

:शमी का पौधा कहाँ लगाना चाहिए?

कोशिश करें की शमी के पौधे को घर के बाहर गेट के पास आगया जाना चाहिए और यह गमले में भी लगाया जा सकता है और जमीन में भी लगाया जा सकता है 

शमी के पांच अंग, यानी फूल, पत्तियों, जड़, टहनियों और रस का इस्तेमाल कर शनि संबंधी दोषों से मुक्ति पाई जा सकती है।

शमी के पेड़ को घर के मुख्य दरवाजे के बांयी तरफ शनिवार को ओर गमले में या फिर जमीन में लगाएं।

इसके बाद नियमित रूप से हर रोज इसकी पूजा करें, यदि पूजा नहीं कर पाते हैं तो कम से कम हर शनिवार को सरसों के तेल का दीपक अवश्य जलाएं। माना जाता है कि ऐसा करने से घर-परिवार के सभी सदस्यों पर हमेशा शनि की कृपा बनी रहती है।

: यदि किसी जातक की राशि में शन‍ि का दोष है, तो इसकी शांति के लिए ज्‍योतिष शास्‍त्र में शमी पौधे का जिक्र मिलता है।

शमी का पेड़ लगाने से क्या लाभ होता है?

माना जाता है जिन लोगों के कुंडली में शनि का दोष है उनको शमी का पौधा जरूर लगाना चाहिए इसकी पूजा करने से शनि का विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है | 

मान्‍यता है कि इस पौधे में स्‍वयं शन‍ि देव का वास होता है। इसलिए शन‍िवार के द‍िन इस पौधे को रोपना अत्‍यंत शुभ होता है। बता दें कि शन‍ि देव के वास के ही चलते शमी का पौधा किसी भी मौसम में जीवित रह सकता है।

: शमी की पूजा न‍ियमित रूप से करनी चाहिए, लेकिन अगर किसी कारणवश आप पूजा नहीं कर पाते तो शन‍िवार के दिन शमी के नीचे दीपक जरूर जलाएं। ज्‍योतिष शास्‍त्र के मुताबिक सरसों के तेल का दीपक जलाएं तो यह अत्‍यंत शुभ होता है। इससे शन‍ि की साढ़े साती और ढैय्या दोनों से ही राह‍त मिलती है।

: इसके अलावा सुबह-सवेरे शमी में जल चढ़ाना भी लाभदायक होता है। इससे शमी की पत्तियां हरी बनी रहती हैं। ज्‍योतिष कहता है कि इस पौधे की पत्तियां जितनी हरी होती हैं, जीवन में सुख-समृद्धि भी उतनी ही बढ़ती है।

:शमी का पेड़ सूख जाए तो क्या करना चाहिए?

वैसे तो कोशिश करनी चाहिए की शमी ही कोई भी पौधा न सूखने पाए लेकिन कई बार मौसम के बदलाव के साथ ही पौधा भी सुख जाते हैं इसके लिए करना यह चाहिए की जैसे ही पौधा सुख जाए उसकी जगह दुसरा पौधा रूप कर उसकी सेवा करनी चाहिए और सूखे पौधे को मिटटी में दबा देना  साफ़ मिटटी में रख देना चाहिए जीसे वह मिटटी में मिल जाए | 

शमी के लकड़ी से हवं करने से शनि प्रसन्न होते हैं 

इसके लिए किसी भी शनिवार को शमी के पौधे से थोड़ी सी लकड़ी तोड़कर काले धागे में लपेटकर धारण कर लें। साथ ही मन ही मन शनि देव से प्रार्थना करें कि जो भी अपराध या गलतियां जाने-अंजाने में आपसे हुई हैं। उनके लिए क्षमा करें और अपनी कृपा दृष्टि बनाएं।

: इसके अलावा शनि की शांति के लिए आप शमी की लकड़ी पर काले तिल से पूजन-हवन कर सकते हैं। इससे भी शन‍ि देव प्रसन्‍न होते हैं।

शमी का पूजा कैसे करें?

शमी की पूजा हर शाम को उसकी जड़ के पास दिया जलाना  चाहिए दशहरे के दिन शमी के पौधे को लगाना चाहिए वैसे तो किसी भी शनिवार को शमी का पौधा लगाया जा सकता है |    

वैसे तो शनि किसी भी ऐसे व्यक्ति का अरिष्ट नहीं करते हैं जिसने गलत  काम किया हो ऐसे में कोशिस करनी चाहिए की ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद करें ऐसे काम करें जिससे किसी को हानि न हो शनिवार के दिन मदिरा मांस का सेवन न करें | 

शनि ऐसे गृह हैं की जिसके ऊपर इनकी कृपा हो जाए उसे सारे सुख भी प्राप्त हो जाते है 
 

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