चमत्कार से कम नहीं है , रोज करें 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ , कोरोना काल में सुरक्षा कवच का करता है काम

या तो विपत्ति आएगी ही नहीं और यदि आ भी जाएगी तो बिना खास परेशानी के चली जाएगी: नरेश दीक्षित 
 

सच्चे मन से याद करने पर हनुमान जी भक्तजनों के सभी संकट दूर कर देते हैं.-नरेश दीक्षित 

hanuman chalisa hindi lyrics -(आर. एल. पाण्डेय )  वैश्विक महामारी कोरोना की विभीषिका दिनों दिन बढ़ती जा रही है. सरकार की तमाम कोशिश के बावजूद लाखों लोग रोजाना संक्रमित हो रहे हैं और हजारों जानें भी जा रही हैं. इस महामारी से बचने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ ' रामबाण ' है. यह ऐसा सुरक्षा कवच है जिस पर कोरोना का असर नहीं होता है. यह बात आध्यात्मिक मासिक पत्रिका ' हनुमत कृपा ' के सम्पादक नरेश दीक्षित ने भक्तों की वर्चुअल बैठक में कही. उनका कहना है कि सच्चे मन से याद करने पर हनुमान जी भक्तजनों के सभी संकट दूर कर देते हैं. कोरोना काल में प्रतिदिन 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए. इससे या तो विपत्ति आएगी ही नहीं और यदि आ भी जाएगी तो बिना खास परेशानी के चली जाएगी.

  संकट कटै मिटे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा:स्वामी भगवताचार्य जी महाराज

सनातन धर्म परिषद के अध्यक्ष स्वामी भगवताचार्य जी महाराज ने कहा कि ' संकट कटै मिटे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा ' हनुमान जी पलभर में सांसारिक लोगों के संकट दूर करते हैं, बस उन्हें श्रद्धा भाव से याद कर लिया जाये. उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा के पाठ से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है जो भक्त में आंतरिक विश्वास पैदा करती है. हनुमान चालीसा की एक - एक चौपाई महामंत्र है. जिसका पाठ करने वाला ही इसका महत्व समझ सकता है. धर्म परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता आचार्य आर. एल पाण्डेय ने कहा कि प्रभु श्रीराम नाम का जाप, महामृत्युंजय मंत्र का जाप या फिर हनुमान चालीसा का पाठ, यह सभी भक्त के संकट हरने वाले महामंत्र हैं. जीवन में यह मंत्र पग - पग पर सुरक्षा कवच का कार्य करते हैं. यह बात किसी को बताने की नहीं, खुद महसूस करने वाली है. ईश्वर में श्रद्धा व विश्वास ही भक्त की सबसे बड़ी ताकत है.

हनुमान जी जानते हैं मन की बात 

आपकी खबर न्यूज पोर्टल के चेयरपर्सन राजीव का कहना है कि हनुमान जी ही एकमात्र ऐसे देवता हैं जो हमेशा भक्तों के आस पास रहते और उनकी हर समस्या दूर करते रहते हैं. यह उनका खुद का अनुभव है. हर भक्त को प्रतिदिन 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करना चाहिए. हनुमान भक्त रमेश शर्मा ने बताया कि वह अपने सभी कार्य हनुमान जी को ही समर्पित करके करते हैं और हनुमान जी उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी कर देते हैं. उत्कर्ष द्विवेदी का कहना है कि सुंदर कांड व हनुमान चालीसा का पाठ करने से मन प्रसन्न और आनंदित हो जाता है. हनुमान जी से कुछ कहना नहीं पड़ता है, वह अन्तर्यामी हैं, खुद भक्त के मन की बात जान लेते हैं.

घोर विपत्ति में होते हैं, कहीं कोई रास्ता नहीं दिखाई देता. तब प्रभु श्रीराम को याद करते हैं :अशोक द्विवेदी

 संकट मोचन फाउंडेशन के सचिव  अशोक द्विवेदी ने श्रीहनुमान जी की स्तुति करते हुए कहा कि ' जीवन का मैंने सौंप दिया सब भार आपके हाथों में, उत्थान पतन अब मेरा है, भगवान आपके हाथों में '. उन्होंने बताया कि ज़ब वह घोर विपत्ति में होते हैं, कहीं कोई रास्ता नहीं दिखाई देता. तब प्रभु श्रीराम व भक्त शिरोमणि हनुमान जी को याद कर उन्हें जीवन में आया संकट सौंप देते हैं. फिर हनुमान जी उसे कैसे दूर करते हैं, उन्हें पता ही नहीं चलता.  ओम विकास संस्थान के सचिव व हनुमान भक्त धर्मेंद्र सक्सेना ने कहा कि बचपन से ही उन पर श्रीहनुमान जी की कृपा रही है. वही उनके आराध्य देव हैं. उन्हें 108 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से बहुत शांति मिलती है. हनुमान जी की कृपा ही उनके जीवन का आधार है.