वरूथिनी एकादशी व्रत पारण का ये है शुभ मुहूर्त, पहले जान लें वरना नहीं मिलता व्रत का फल

पारण का समय parana time- 8 मई 05 बजकर 35 मिनट से लेकर 08 बजकर 16 मिनट के बीच।
वरूथिनी एकादशी व्रत पारण का ये है शुभ मुहूर्त, पहले जान लें वरना नहीं मिलता व्रत का फल
भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए वरूथिनी एकादशी का व्रत बेहद खास बताया गया है।

Varuthini ekadashi 2021: वैसे तो एकादशी हर महीने पड़ती है, लेकिन कुछ एकादशी ऐसी होती हैं जिसका खास महत्व बताया गया है। उन्ही में से वरूथिनी एकादशी एकादशी है।  वरूथिनी एकादशी की महिमा अत्यंत खास है। कहते हैं कि इस एकादशी के व्रत से समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि इस एकादशी के दिन भगवान विष्णु के मधुसूदन स्वरूप की उपासना करनी चाहिए। साथ ही इस एकादशी की रात्रि में जगकर श्री हरि की उपासना लाभकारी होता है। 

वरूथिनी एकादशी पर कैसे करें उपासना (varuthini ekadashi 2021 puja vidhi)

अगर आप एकादशी पर व्रत रखते हैं तो बहुत अच्छा रहेगा। यदि व्रत रखने की स्थिति में नहीं हैं तो फलाहार या दूध का सेवन कर सकते हैं। भगवान कृष्ण की मधुसूदन स्वरूप की उपासना करें। साथ ही इन्हें फल या पंचामृत का भोग लगाएं। साथ ही साथ इनके सामने मधुराष्टक का पाठ करें तो ज्यादा अच्छा रहेगा। यदि मधुराष्टकं का पाठ नहीं कर सकते तो 'कृष्ण ' नाम का जाप करते रहें। अगले दिन सवेरे किसी निर्धन व्यक्ति को दान देकर व्रत का पारण करें। 

वरूथिनी एकादशी शुभ मुहूर्त (varuthini ekadashi vrat/Parana shubh muhurat)

पारण का समय parana time- 8 मई 05 बजकर 35 मिनट से लेकर 08 बजकर 16 मिनट के बीच।

पारण के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय - शाम 05 बजकर 20 मिनट पर।

Varuthini ekadashi shubh muhurat   वरूथिनी एकादशी व्रत के लिए शुभ मुहूर्त की शुरुआत 06 मई को दोपहर 02 बजकर 10 मिनट से शुरू हो रही है। जबकि एकादशी तिथि के समापन का समय 07 मई दोपहर 03 बजकर 32 मिनट पर है।

क्या होता है पारण (ekadashi vrat parana)

एकादशी व्रत का पारण वह समय होता है जब व्रत तोड़ा जाता है। कहते हैं कि एकादशी व्रत का पारण एकादशी तिथि समाप्त होने के बाद ही करना चाहिए। इसलिए जो लोग व्रत रखते है उन्हें एकादशी तिथि समाप्त होने का इंतजार करना चाहिए। व्रत पारण के लिए सबसे अच्छा समय प्रातः काल होता है। अगर किसी कारण से सुबह के समय पारण करने में असमर्थ हैं तो दोपहर के बाद करना चाहिये।

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