Rohini Nakshatra Yog 2024: क्या है रोहिणी नक्षत्र जो इस अक्षय तृतीया को बना रहा और ज्यादा शुभ?
Rohini Nakshatra Yog 2024: इस वर्ष अक्षय तृतीया की तिथि 10 मई 2024 को पड़ रही है. साथ ही इस दिन रोहिणी नक्षत्र का योग भी बन रहा है. इस तरह यह जानना भी जरुरी है कि आखिर रोहिणी नक्षत्र क्या है, इसकी क्या विशेषता है? जब सूर्य, चंद्रमा के रोहिणी नक्षत्र में जाता है, तो सूर्य का ताप कुछ ज्यादा ही बढ़ जाता है. यदि रोहिणी नक्षत्र में बारिश होती है, तो इसे आम भाषा में रोहिणी का गलना कहा जाता है. जब सूर्य वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र में भ्रमण करता है, तब गर्मी तेज हो जाती है. चन्द्रमा की पत्नी माने जाने वाली रोहिणी नक्षत्र में गर्म आंधिया ज्यादा प्रभाव दिखाती हैं. जिस समय में सूर्य रोहिणी नक्षत्र में होते हैं, उस समय चंद्रमा नौ नक्षत्रों में भ्रमण करते हैं. इसी कारण से नौतपा की शुरुआत होती है. जो कि नौ दिन तक चलता है.
रोहिणी नक्षत्र क्या है?
Rohini Nakshatra Kya Hai: रोहिणी नक्षत्र को वृषभ राशि का मस्तक कहा गया है. इस नक्षत्र में तारों की संख्या पांच होती है. यह नक्षत्र फरवरी माह के मध्य भाग में मध्याकाश में पश्चिम दिशा की तरफ रात को 6 से 9 बजे के बीच दिखाई देता है. यह कृतिका नक्षत्र के पूर्व में दक्षिण भाग में दिखता है. नक्षत्रों के क्रम में चौथे स्थान पर आने वाला यह नक्षत्र वृषभ राशि के 10 डिग्री-'0'-1 से 23 डिग्री-20-'0' के बीच है. पुराणों के अनुसार रोहिणी चंद्र की 27 पत्नियों में सबसे सुंदर, तेजस्वी हैं. जब चंद्रमा, रोहिणी के पास जाते हैं तो उसका रूप अधिक खिल उठता है. चंद्र के साथ एकाकार होकर छुप जाती है.
रोहिणी नक्षत्र की विशेषताएं
Benefits Of Rohini Nakshatra: रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोगों शरीर सुंदर और आकर्षक होता है. आमतौर पर भौतिक सुखों और विलासिता के प्रेमी यह लोग अधिकतर ललित कलाओं, संगीत, नृत्य और फैशन में रूचि रखते हैं क्योंकि इन्हें इनकी स्वाभाविक समझ होती है. इसके अलावा ये लोग इन्द्रिय सुखों में लिप्त रहते हैं.
रोहिणी नक्षत्र जन्म लेने के फायदे
Rohini Nakshatra Ke Fayde: इस नक्षत्र में जन्मे पुरुष अपनी शारीरिक सुंदरता और आकर्षक छवि के लिए जाने जाते हैं. आमतौर पर आकर्षक, लंबे और व्यक्तित्व के धनी रोहिणी नक्षत्र वाले पुरुष, महत्वाकांक्षी और मेहनती होते हैं जो व्यवसाय या रचनात्मक क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करते हैं. बुद्धिमान और प्रगतिशील ये लोग किसी भी प्रकार की चुनौती से निपटने समर्थ होते हैं. इस नक्षत्र में जन्म लेने वाली महिलाएं सुंदर, आकर्षक छवि वाली होती हैं. आमतौर पर यह महिलाएं भावुक, बुद्धिमान होने के साथ ही नृत्य और संगीत में रूचि रखती हैं.
रोहिणी नक्षत्र के उपाय
Rohini Nakshatra Upay: शिवलिंग पर दूध और जल अर्पित कर भगवान शंकर की पूजा करनी चाहिए
प्रतिदिन 108 बार 'ॐ ब्राह्मयै नमः' मंत्र का जाप करना चाहिए।
ज्योतिषी सलाह के अनुसार हीरा और सफेद पुखराज धारण करना चाहिए।
इसके अलावा दूध, चावल का दान करें।
शुभ मुहूर्त में रोहिणी नक्षत्र की पूजा करें।
सोमवार का व्रत रखना चाहिए साथ ही जरुरतमंदों को भोजन कराएं।
शराब और मांस के सेवन से दूर रहना चाहिए