आखिर कैंची धाम आश्रम क्यों प्रसिद्ध है? | क्या हैं कैंची धाम नीम करोली बाबा के चमत्कार | Kainchi Dham Neem Karoli Baba Ashram Bhowali Range Uttarakhand India

What Is The Story Behind Kainchi Dham In Hindi | कैंची धाम आश्रम के बारे में क्या खास है?

What Is The Story Behind Kainchi Dham In Hindi

Kainchi Dham Neem Karoli Baba Ashram Stay

Delhi To Kainchi Dham Route

Kainchi Dham Neem Karoli Baba Ashram Hours

कैंची धाम आश्रम उत्तराखंड में हिमालय की तलहटी में बसा हुआ है। इस आश्रम के चारों और हरियाली, साफ-सुथरे कमरे, शांत और एकांत वातावरण यहां आने वालों को सुख की अनुभूति कराता है। यहां एक हनुमान मंदिर और आश्रम है जिसे 1960 के दशक में एक महान संत श्री नीम करोली बाबा द्वारा स्थापित किया गया था। श्रद्धालुओं के लिए यह एक पवित्र मंदिर है जोकि पहाड़ियों, पेड़ों से घिरा हुआ है और इसके बगल से बहती नदी इसे और भी अधिक दिव्यता प्रदान करती है। आप इस आश्रम में हनुमान जी की महान शक्तियों और उनकी उपस्थिति को महसूस कर सकते हैं। इस स्थान को प्रसिद्ध नीम करोली बाबा के आश्रम के कारण पहचान मिली है। सुंदर स्थान इस जगह की खूबसूरती को और भी बढ़ा देता है।

नीम करोली बाबा क्यों प्रसिद्ध है

नीम करोली बाबा क्यों प्रसिद्ध है?

नीम करोली बाबा प्रसिद्ध संतों में से एक हैं जिनको हनुमान जी के परम भक्त के रूप में जाना जाता है। बाबा के भक्त उन्हें हनुमान जी का अवतार भी मानते हैं। ऐसा मन जाता है कि नीम करोली बाबा को हनुमान जी से कई सारी सिद्धियां प्राप्त हुई थीं। नीम करोली बाबा के कई ऐसे चमत्कार भक्तों के बीच प्रचिलित है। लेकिन इसके बाद भी नीम करोली बाबा अपने जीवनकाल में काफी साधारण जीवन यापन करते थे और किसी भी भक्त को अपने पैर छूने नहीं देते थे। बाबा के चमत्कार पूरी दुनिया में जाने जाते हैं। कहा जाता है कि बाबा के से मिलने के लिए जब भी कोई भक्त पहुंचता था तो वो उनके मन की सारी व्यथा जान जाते थे। इस देवभूमि पर अमिताभ बच्चन, विराट कोहली, मार्क्स जुगरबर्ग समेत देश-दुनिया की कई बड़ी हस्तियां बाबा का आशीर्वाद लेने पहुंच चुकी हैं। 

Lucknow Hanuman Setu Mandir Aur Neem Karoli Baba Ki Kahani

Lucknow Hanuman Setu Mandir Aur Neem Karoli Baba Ki Kahani

हनुमान सेतु मंदिर लखनऊ युनिवर्सिटी के सामने बना हुआ काफी प्रसिद्ध मंदिर है। बड़ी संख्या में भक्तगण मंदिर में आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं। लेकिन क्या आपको पता है इस मंदिर का निर्माण कैसे और किसके द्वारा करवाया गया। बाबा ने 70 के दशक में राजधानी को बाढ़ की त्रासदी से बचाया था और वहीं से मंदिर के निर्माण की कहानी भी जुडी हुई है। गोमती नदी के तट पर स्वामी मौनानंद का आश्रम हुआ करता था। कहा जाता है कि यहीं बने हनुमान मंदिर में उस समय बाबा नीम करोली भी रहा करते थे। 1960 में  गोमती नदी में आयी बाढ़ से मंदिर को काफी छति पहुंची। जिसके बाद बाबा ने गोमती नदी के उफान को मंदिर निर्माण ने बचा लिया था और बाबा ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ बाढ़ के सैलाब को शांत किया था। नदी पर पुल निर्माण के लिए भी बाबा का योगदान रहा है। पुल बनता और बार-बार गिर जाता था, तो बाबा ने अधिकारियों से मंदिर निर्माण कराने को कहा। कोलकाता के एक बिल्डर ने पुल के साथ मंदिर का निर्माण कराया। 26 जनवरी 1967 को मंदिर बनकर तैयार होने के साथ दर्शन शुरू हो गए।

नीम करोली बाबा के चमत्कार क्या है

नीम करोली बाबा के चमत्कार क्या है

नीम करोली बाबा के भक्तों के बेच उनके कई चमत्कार प्रचिलित है। कहा जाता है एक बार की बात है कि बाबा ट्रेन से सफर कर रहे थे तभी उनसे टिकट की मांग की गयी। टिकट पास न होने पर उन्हें ट्रेन से नीचे उतार दिया गया। जिसके बाद कहा जाता है कि ट्रेन आगे ही नहीं बढ़ी। जिसके बाद अधिकारीयों ने बाबा से छमा मांगी और ट्रेन में बैठने को कहा। जैसे ही बाबा ट्रेन पर बैठे ट्रेन आगे बढ़ गयी। ऐसे ही एक कथा यह भी कही जाती है कि एक बार धाम में भंडारे के आयोजन के दौरान जब पूड़ी ताली जाने लगी तो घी की कमी हो गयी। जिसके बाद बाबा ने पास बहने वाली नदी से दो कनस्तर पानी लाने को कहा और बाबा के चमत्कार से यह पानी तेल में परिवर्तित हो गया। इस प्रकार की कई सारी कहानियां उनके भक्तों द्वारा सुनाई जाती हैं। 

नीम करोली बाबा के आश्रम कैसे पहुंचे

नीम करोली बाबा के आश्रम कैसे पहुंचे? Delhi To Kainchi Dham Route

नीम करौली बाबा का आश्रम नैनीताल से करीब 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जहां आप हवाई यात्रा से जाने के लिए आश्रम के निकट के हवाई अड्डे पंतनगर तक जा सकते हैं। पंतनगर हवाई अड्डे से आप 70 किलोमीटर की दूरी तय कर कैंची धाम पहुंच सकते हैं। रेल से जाने के लिए आपको कैंची धाम आश्रम के निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम पर जाना होगा। दिल्ली से कैंची धाम मंदिर के लिए कोई सीधी ट्रेन उपलब्ध नहीं है। सबसे पहले आपको दिल्ली से काठगोदाम रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेन पकड़नी होगी। काठगोदाम जाने के लिए आपको रानीखेत एक्सप्रेस और उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें मिल सकती हैं। एक बार जब आप काठगोदाम पहुंच जाते हैं, तो आप कैंची धाम के लिए टैक्सी किराए पर ले सकते हैं या साझा कैब ले सकते हैं। 

Kainchi Dham Neem Karoli Baba Ashram Stay

Kainchi Dham Neem Karoli Baba Ashram Stay

यदि आप भी कैंची धाम आश्रम के अंदर रहना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको पहले आश्रम प्रबंधक को पत्र लिखना होगा और अपने रहने की अनुमति का अनुरोध करना होगा। आम तौर पर लोगों को अधिकतम तीन दिन तक रुकने की इजाजत होती है। वहीं पुराने भक्तों को एक संदर्भ नोट की आवश्यकता है और आप इसे ठहरने के अपने अनुरोध और अपनी एक तस्वीर के साथ भेज सकते हैं। ज्यादातर लोग दिन के समय नैनीताल या भवाली में या आश्रम के बाहर रहते हैं और मंदिरों के दर्शन करते हैं। यहां से निकटतम आवास आवास जोकि नीम करोली की ऑफिशल वेबसाइट पर उपलब्ध है वो हैं 
1) अमर वैली रिज़ॉर्ट (मध्य मूल्य सीमा), प्रबंधक श्री भगवान मझिला मोबाइल: 08477802130, 08954555843। 
2) गुरु कृपा गेस्टहाउस (अर्थव्यवस्था), टेलीफोन: 9412129677 
3) कई गेस्ट हाउस हैं भवाली में सिर्फ 8 किलोमीटर दूर। https://nkbashram.org/


 

 

 

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