Indian Economy को एक बड़ी राहत देने पर काम शुरू पैकेज के स्वरूप पर मंथन

Indian Economy को एक बड़ी राहत देने पर काम शुरू पैकेज के स्वरूप पर मंथन

National News Desk -मंदी से जूझ रहे इंडियन इकॉनमी (Indian Economy) को भारत सरकार (Government Of India).द्वारा एक और बूस्टर पैकेज दिए जाने की तैयारी की जा रही है भारतीय अर्थव्यवस्था कोविड-19(Covid19 Pandemic) के बाद से लगातार जिस तरीके से मंदी के दौर से जूझ रही है उस में तेजी लाने के लिए भारत सरकार द्वारा पहले भी दो पैकेज लाए गए थे जिससे इकॉनमी को राहत देने का प्रयास किया गया था .

फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला(Finance Minister Nirmala With araman) सीतारमण के द्वारा एक कार्यक्रम में जिस तरीके से संकेत दिए गए थे कि भारत सरकार द्वारा एक और राहत का पैकेट लाया जा सकता है उसको देखते हुए मिनिस्ट्री ने काम भी शुरू कर दिया गया है ऐसे संकेत मिल रहे हैं इसके पहले जो राहत के पैकेज दिए गए थे उस पर लोगों का कहना था कि वह नाकाफी है और भारत सरकार के द्वारा यह कहा जा रहा था कि जो भी राहत पैकेज अभी तक दिए गए हैं वह जीडीपी का 1.5% था और अब और भी राहत दिए जाने के बाद में यह माना जा सकता है कि बहुत ही जल्द इंडियन इकॉनमी एक मंदी के दौर से गुजर रही है उस में तेजी आएगी और अर्थव्यवस्था पहले के अनुरूप ही चलनी शुरू हो जाएगी।

तरुण बजाज ने कहा, "अलग-अलग पहला पैकेज आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत मई 2020 में लाया गया था। दूसरा पैकेज सरकार ने एक हफ्ते पहले दिया है। हालांकि इस मामले में आलोचकों का कहना है कि सरकार इस मुश्किल में फिस्कल डेफेसिट नहीं बढ़ाने का जो फैसला कर रही है उसकी वजह से दूसरे देशों के मुकाबले भारत में मंदी ज्यादा नजर आ रही है।

सरकार ने दूसरा राहत पैकेज 12 अक्टूबर को जारी किया था। इस पैकेज में सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को इंसेंटिव देने सहित कई अहम फैसले किए हैं। यह पैकेज 46,675 करोड़ रुपए का है। त्योहारों के सीजन में मांग बढ़ाकर इकोनॉमी को पटरी पर लाने के लिए सरकार

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