उज्जैन में बिजली गुल होने पर दुल्हन बदली, बिजली आने पर भूल-सुधार
मामला उज्जैन के असलाना गांव का है, जहां के रमेश लाल रेलोत की तीन बेटियों की शादी एक ही दिन तय हुई। बड़ी बेटी कोमल का विवाह दिन में हो गया, मगर दो बेटियों निकिता व करिश्मा की बारात रात को आई। दोनों की बारात दंगवाड़ा गांव से आई थी। निकिता का भोला व करिश्मा का गणेश से विवाह होना था।
बताया गया है कि जब बारात आई तब बिजली गुल थी, दोनों दूल्हों को दुल्हन के साथ माता पूजन के कमरे में ले जाया गया, जहां अंधेरा था। इसी अंधेरे में पूजा की रस्म के दौरान दोनों दुल्हनें बदल गईं, उन्होंने दूसरे दूल्हे के हाथ पकड़कर पूजन किया। जब लाईट आई तो सभी तंग रहे गए। गणेश ने निकिता और भोला ने करिश्मा का हाथ पकड़ रखा था। यह देखते ही वहां हड़कंप मच गया।
बाद में फेरे के समय इस गलती को सुधार कर करिश्मा के गणेश और निकिता के भोला के साथ फेरे कराए गए। इस तरह अंधेरे के कारण हुई गलती को लाईट आने पर सुधारा गया।
रमेश के परिजनों ने बिजली कटौती को लेकर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि, रोज पांच घंटे बिजली गुल रहती है और उसी के चलते शादी में यह बड़ी गड़बड़ी होते बच गई।
--आईएएनएस
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