कुड़मी जाति को आदिवासी का दर्जा देने के लिए टाटा-हावड़ा रेल लाइन पर जमे आंदोलनकारी, शताब्दी पर पथराव, डेढ़ दर्जन ट्रेनें रद्द, कई के रूट बदले

रांची, 20 सितम्बर (आईएएनएस)। कुड़मी जाति को आदिवासी (एसटी) का दर्जा देने की मांग को लेकर हजारों लोग मंगलवार सुबह से ही टाटा-हावड़ा रूट में कई स्टेशनों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस वजह से इस रूट पर ट्रेन सेवाएं बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गई हैं। रेलवे को लगभग डेढ़ दर्जन ट्रेनें रद्द करनी पड़ी हैं, जबकि आधा दर्जन ट्रेनों को रूट बदलकर चलाया जा रहा है। इधर हावड़ा से रांची आ रही शताब्दी एक्सप्रेस पर कुछ लोगों ने पत्थरबाजी भी की है। ट्रेनें रद्द होने से टाटानगर स्टेशन पर यात्रियों ने हंगामा किया है।
कुड़मी जाति को आदिवासी का दर्जा देने के लिए टाटा-हावड़ा रेल लाइन पर जमे आंदोलनकारी, शताब्दी पर पथराव, डेढ़ दर्जन ट्रेनें रद्द, कई के रूट बदले
कुड़मी जाति को आदिवासी का दर्जा देने के लिए टाटा-हावड़ा रेल लाइन पर जमे आंदोलनकारी, शताब्दी पर पथराव, डेढ़ दर्जन ट्रेनें रद्द, कई के रूट बदले रांची, 20 सितम्बर (आईएएनएस)। कुड़मी जाति को आदिवासी (एसटी) का दर्जा देने की मांग को लेकर हजारों लोग मंगलवार सुबह से ही टाटा-हावड़ा रूट में कई स्टेशनों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस वजह से इस रूट पर ट्रेन सेवाएं बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गई हैं। रेलवे को लगभग डेढ़ दर्जन ट्रेनें रद्द करनी पड़ी हैं, जबकि आधा दर्जन ट्रेनों को रूट बदलकर चलाया जा रहा है। इधर हावड़ा से रांची आ रही शताब्दी एक्सप्रेस पर कुछ लोगों ने पत्थरबाजी भी की है। ट्रेनें रद्द होने से टाटानगर स्टेशन पर यात्रियों ने हंगामा किया है।

प्रदर्शन कर रहे लोग झंडे-डंडे के साथ टाटा-हावड़ा रूट पर खेमाशुली, नीमडीह और कौस्तूर स्टेशन पर मंगलवार सुबह पांच बजे से ही जमे हैं। प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। आदिवासी कुड़मी समाज नामक संगठन के आह्वान पर झारखंड के डुमरिया, जमशेदपुर, रामगढ़, सिल्ली, मनोहरपुर, चक्रधरपुर एवं पटमदा समेत कई जगहों से बड़ी संख्या में लोग रविवार शाम से ही इन स्टेशनों के पास जमा होने लगे थे। समाज के पूर्वी सिंहभूमि जिला प्रभारी प्रभात कुमार महतो ने कहा है कि कुड़मी समाज के लोगों को आदिवासी की मान्यता से दूर रखकर उनके वाजिब हक से वंचित रखा गया है। इस मांग को लेकर सरकारों के पास सैकड़ों बार गुहार लगाई गई है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई कार्रवाई न होने की वजह से यह निर्णायक आंदोलन शुरू किया गया है।

रेलवे ट्रैक को आंदोलनकारियों द्वारा जाम किये जाने की वजह से जो ट्रेनें 20 सितंबर को रद्द की गई हैं, उनमें 12814-12813 टाटा-हावड़ा-टाटा स्टील एक्सप्रेस, 18183 टाटा-दानापुर सुपर एक्सप्रेस, 13511- 13512 टाटा-आसनसोल-टाटा एक्सप्रेस, 08160 - 08159 टाटा-खड़गपुर-टाटा मेमो, 18116 - 18115 चक्रधरपुर-गोमो-चक्रधरपुर, 08014 - 08013 चक्रधरपुर-टाटा-चक्रधरपुर स्पेशल, 08174 - 08173 टाटा-असानसोल टाटा, 12021 - 12022 हावड़ा-बड़बील-हावड़ा जनशताब्दी एक्सप्रेस, 22861 हावड़ा-टिटलागढ़ इस्पात एक्सप्रेस, 18019 झाड़ग्राम - धनबाद मेमू, 18020 धनबाद - झाड़ग्राम मेमू, 08642 बरकाकाना- आद्रा स्पेशल, 08641 आद्रा - बरकाकाना मेमू पैसेंज, 03597 रांची - आसनसोल स्पेशल , 03598 आसनसोल - रांची मेमू पैसेंजर और 18036 हटिया - खड़गपुर एक्सप्रेस ट्रेन शामिल हैं।

इसके अलावा 12801 पुरी-नई दिल्ली एक्सप्रेस, 22905 पोरबंदर-शालीमार एक्सप्रेस, 12262 हावड़ा-मुंबई दुरंतो एक्सप्रेस, 12130 हावड़ा-पुणे आजाद हिंद एक्सप्रेस, 12809 मुंबई-हावड़ा मेल को बदले हुए रूट से चलाया जा रहा है।

टाटा-हावड़ा रूट पर दर्जनों ट्रेनों जहां-तहां रुकी हुई हैं, जिसके कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ट्रेनें रदद् होने या रूट बदले जाने से टाटानगर रेलवे स्टेशन पर पूछताछ केंद्र पर यात्रियों ने हंगामा किया। ट्रेन रद होने के बाद जिन यात्रियों ने काउंटर टिकट लिया था, वे टिकट रद कराने के लिए जूझते रहे। भारी संख्या में टिकट रद होने से रेलवे को लाखों रुपये का नुक्सान हुआ हैं। आंदोलनकारियों ने खेमाशुली के पास राजमार्ग संख्या छह पर भी जाम लगा दिया। इससे खड़गपुर - जमशेदपुर राजमार्ग पर भी वाहनों का आवागमन ठप पड़ गया।

--आईएएनएस

एसएनसी/एएनएम

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