गोवा के मंत्री का दावा: अमित शाह की पानी की बोतल की कीमत 850 रुपये, सोना और हीरे जितना महंगा होगा पानी

पणजी, 10 मई (आईएएनएस)। गोवा के नागरिक आपूर्ति मंत्री रवि नाइक ने दावा किया है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बेहद महंगा पानी पीते हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में पानी सोने और हीरे जितना महंगा होगा।
गोवा के मंत्री का दावा: अमित शाह की पानी की बोतल की कीमत 850 रुपये, सोना और हीरे जितना महंगा होगा पानी
गोवा के मंत्री का दावा: अमित शाह की पानी की बोतल की कीमत 850 रुपये, सोना और हीरे जितना महंगा होगा पानी पणजी, 10 मई (आईएएनएस)। गोवा के नागरिक आपूर्ति मंत्री रवि नाइक ने दावा किया है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बेहद महंगा पानी पीते हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में पानी सोने और हीरे जितना महंगा होगा।

गोवा के मंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हालिया दौरे का जिक्र करते हुए यह टिप्पणी की, जब उन्होंने कथित तौर पर हिमालय मिनरल वाटर की मांग की, जिसकी एक बोतल की कीमत 850 रुपये है।

नाइक, जिनके पास कृषि विभाग भी है, दक्षिण गोवा के पोंडा में कृषि के लिए प्रशासनिक भवन के उद्घाटन के दौरान बोल रहे थे।

उन्होंने कहा, एक अमेरिकी समाचार पत्र ने प्रकाशित किया है कि भविष्य में पानी के दाम सोने और हीरे के समान स्तर पर आ जाएंगे। इसलिए, हमें पानी को संरक्षित करने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि राज्य में हर मौसम में लगभग 120 इंच बारिश होती है, इसलिए पानी को संरक्षित करना मुश्किल नहीं होगा। उन्होंने कहा, सरकार पूरे राज्य में जहां भी पहाड़ हैं, वहां बांध बना सकती है और पानी जमा कर सकती है।

रवि नाइक ने पहले कहा था कि देश के बाकी हिस्सों में पानी की आपूर्ति की जा सकती है और यहां तक कि दूसरे देशों को इसका भी निर्यात किया जा सकता है।

नाइक ने मंच पर अपने अधिकारियों के साथ कीमत की पुष्टि करते हुए कहा, जब अमित शाह गोवा में थे, तो उन्होंने हिमालय की पानी की बोतल मांगी। इसे मापुसा (पणजी से लगभग 15 किमी) से लाया गया था। इसकी कीमत 850 रुपये थी।

उन्होंने कहा, सितारा (लग्जरी) होटलों में मिनरल वाटर की बोतलें भी 150 रुपये से 160 रुपये के बीच आती हैं। इस तरह पानी महंगा हो गया है।

उन्होंने आगे कहा कि भारत और दुनिया भर में भविष्य में पानी की कमी होगी। नाइक ने कहा, लोग पानी के लिए आपस में लड़ सकते हैं, भविष्य में ऐसी स्थिति हो सकती है।

उन्होंने दोहराते हुए कहा कि ऐसी स्थिति को देखते हुए पानी का संरक्षण समय की जरूरत है।

--आईएएनएस

एकेके/एएनएम

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