चारधान्म यात्रा के पंजीकरण के लिए खड़ी दो महिला यात्री हुई बेहोश

ऋषिकेश, 6 मई (आईएएनएस)। चारधाम यात्रा के औपचारिक शुभारंभ के दिन पंजीकरण के लिए चार घंटे से लाइन पर खड़ी दो महिला यात्री बेहोश होकर नीचे गिर पड़ी। यह हाल तब था जब प्रदेश के दो कैबिनेट मंत्री चारधाम यात्रा को हरी झंडी दिखा रहे थे।
चारधान्म यात्रा के पंजीकरण के लिए खड़ी दो महिला यात्री हुई बेहोश
चारधान्म यात्रा के पंजीकरण के लिए खड़ी दो महिला यात्री हुई बेहोश ऋषिकेश, 6 मई (आईएएनएस)। चारधाम यात्रा के औपचारिक शुभारंभ के दिन पंजीकरण के लिए चार घंटे से लाइन पर खड़ी दो महिला यात्री बेहोश होकर नीचे गिर पड़ी। यह हाल तब था जब प्रदेश के दो कैबिनेट मंत्री चारधाम यात्रा को हरी झंडी दिखा रहे थे।

परिजनों और साथ आए अन्य यात्रियों ने आनन-फानन में महिलाओं को आईएसबीटी स्थित स्वास्थ्य विभाग काउंटर पर प्राथमिक उपचार कराया। उसके बाद एक महिला यात्री को होश आया। वहीं दूसरी महिला को अस्पताल भेजा गया। बृहस्पतिवार को वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और परिवहन मंत्री चंदन रामदास की मौजूदगी में भी यात्रा बस अड्डे पर यात्रियों को अव्यवस्थाओं का शिकार होना पड़ा। सर्वर डाउन होने के चलते पंजीकरण का काम भी कछुआ गति से चल रहा था।

महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले से करीब 60 यात्रियों का दल चारधाम की यात्रा के लिए आया था। इनमें कई महिला यात्री भी थीं। यह यात्री सवा आठ बजे से पंजीकरण कराने के लिए लाइन पर लगे थे। करीब सवा 11 बजे एक महिला यात्री बेहोश होकर नीचे गिर पड़ी। लाइन में खड़े अन्य यात्रियों ने उसे जैसे तैसे उठाया। इसके बाद उसे आईएसबीटी स्थित स्वास्थ्य विभाग के काउंटर में उपचार के लिए लाया गया। इस बीच एक दूसरी महिला भी बेहोश हो गई। एक महिला को उपचार के बाद होश आ गया। जबकि दूसरी महिला को परिजन अस्पताल लेकर चले गए। यात्री चारधाम यात्रा की पंजीकरण व्यवस्थाओं से बेहद नाराज थे। कई यात्रियों ने अधिकारियों और कर्मचारियों के समक्ष भी गुस्सा जाहिर किया।

आईएसबीटी ऋषिकेश में चारधाम यात्रा पंजीकरण प्रभारी, प्रेमानंद ने कहा कि मामला संज्ञान में नहीं है। पंजीकरण काउंटर के पास ही स्वास्थ्य विभाग का भी काउंटर है। यहां मरीजों को तत्काल प्राथमिक उपचार देने की व्यवस्था है। सर्वर डाउन होने की वजह से परेशानी हो रही थी। लेकिन ऑफलाइन भी पंजीकरण किए जा रहे थे।

--आईएएनएस

स्मिता/एसकेपी

Share this story