बेंगलुरु में टमाटर के कीमतों में अचानक उछाल, 10 रुपये से बढ़कर 60 रुपये तक पहुंचे दाम

बेंगलुरु, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। कर्नाटक के विभिन्न जिलों में टमाटर की खुदरा कीमत लगातार बारिश के कारण आपूर्ति की कमी के बाद बढ़ गई हैं। बेंगलुरु में कुछ जगहों पर टमाटर की कीमत 10 रुपये या 15 रुपये प्रति किलो से 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई। कारोबारियों का कहना है कि अगर यही हाल रहा तो राज्य की राजधानी में भाव 100 रुपये के करीब पहुंच जाएगा।
बेंगलुरु में टमाटर के कीमतों में अचानक उछाल, 10 रुपये से बढ़कर 60 रुपये तक पहुंचे दाम
बेंगलुरु में टमाटर के कीमतों में अचानक उछाल, 10 रुपये से बढ़कर 60 रुपये तक पहुंचे दाम बेंगलुरु, 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। कर्नाटक के विभिन्न जिलों में टमाटर की खुदरा कीमत लगातार बारिश के कारण आपूर्ति की कमी के बाद बढ़ गई हैं। बेंगलुरु में कुछ जगहों पर टमाटर की कीमत 10 रुपये या 15 रुपये प्रति किलो से 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई। कारोबारियों का कहना है कि अगर यही हाल रहा तो राज्य की राजधानी में भाव 100 रुपये के करीब पहुंच जाएगा।

कीमतों में अचानक वृद्धि बेंगलुरु और महाराष्ट्र के आसपास के ग्रामीण इलाकों से आपूर्ति में कमी के कारण हुई है। सितंबर महीने में टमाटर का अधिकतम दाम 15 रुपये प्रति किलो के आसपास रहा है।

पड़ोसी जिलों चिक्कबल्लापुर, कोलार और बेंगलुरु ग्रामीण में एक महीने से लगातार बारिश और क्षेत्र में कम तापमान ने टमाटर की फसल को बुरी तरह प्रभावित किया है। किसान टमाटर की खेती नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि लगातार बारिश के कारण उनकी जमीन गीली है और उनका कहना है कि इस स्थिति ने फसल उत्पादन को 50 प्रतिशत प्रभावित किया है।

कोलार, चिंतामणि, डोड्डाबल्लापुर, चिक्कबल्लापुर, मलूर, मगदी और आसपास के अन्य क्षेत्रों से एपीएमसी में टमाटर की आवक में 40 प्रतिशत की कमी आई है।

सब्जी विक्रेता संघ के अध्यक्ष गोपी ने कहा, महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों से भी हमें टमाटर नहीं मिल रहा है। मांग बढ़ने से कीमतों में वृद्धि हुई है।

उनका कहना है, अगर यही मौसम रहा तो टमाटर का भाव 100 रुपये के करीब पहुंच जाएगा।

हॉर्टिकल्चरल प्रोड्यूसर्स कोऑपरेटिव मार्केटिंग प्रोसेसिंग सोसाइटी (एचओपीसीओएमएस) के सूत्रों ने बताया कि हर दिन 2 टन टमाटर की आवक होती थी और अब आपूर्ति एक सप्ताह से कम हो रही है। आपूर्ति नहीं होने से कीमतों में तेजी आई है। उनका कहना है कि अगर यह सिलसिला जारी रहा तो टमाटर आम आदमी की जेब में आग लगाने को तैयार हैं।

--आईएएनएस

एनपी/एसकेके

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