मुस्लिम समन्वय समिति ने जिहाद बयान के लिए केरल बिशप के खिलाफ दायर की याचिका

तिरुवनंतपुरम, 10 सितम्बर (आईएएनएस)। कोट्टायम में मुस्लिम समन्वय समिति ने एक याचिका दायर कर सिरो मालाबार चर्च पाला डायोसीज के बिशप मार जोसेफ कल्लारंगट की टिप्पणी के लिए गैर जमानती मामला दर्ज करने की मांग को लेकर याचिका दाखिल की है। दरअसल एक दिन पहले बिशप ने कहा था कि केरल में कैथोलिक लड़कियां अब प्रेम और नॉरकोटिक जिहाद की शिकार हो रही हैं,
मुस्लिम समन्वय समिति ने जिहाद बयान के लिए केरल बिशप के खिलाफ दायर की याचिका
मुस्लिम समन्वय समिति ने जिहाद बयान के लिए केरल बिशप के खिलाफ दायर की याचिका तिरुवनंतपुरम, 10 सितम्बर (आईएएनएस)। कोट्टायम में मुस्लिम समन्वय समिति ने एक याचिका दायर कर सिरो मालाबार चर्च पाला डायोसीज के बिशप मार जोसेफ कल्लारंगट की टिप्पणी के लिए गैर जमानती मामला दर्ज करने की मांग को लेकर याचिका दाखिल की है। दरअसल एक दिन पहले बिशप ने कहा था कि केरल में कैथोलिक लड़कियां अब प्रेम और नॉरकोटिक जिहाद की शिकार हो रही हैं,

शुक्रवार को कोट्टायम में मीडिया को संबोधित करते हुए, पदाधिकारियों ने कहा कि उन्होंने कोट्टायम पुलिस के समक्ष याचिका दायर की है क्योंकि किसी भी एजेंसी ने राज्य में इस तरह की घटना के बारे में किसी भी निर्णायक सबूत के साथ यह नहीं कहा उनका बयान सांप्रदायिक है।

कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और वरिष्ठ विधायक पी.टी. थॉमस ने कहा कि धर्माध्यक्ष का बयान धर्मनिरपेक्ष राज्य में सद्भाव लाने में मदद नहीं करता है।

थॉमस ने कहा, इस तरह के बयान खतरनाक हैं और गलत संकेत देते हैं और किसी को भी ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए जो अशांति पैदा करने के लिए ईंधन के रूप में काम करे।

विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन ने कहा कि बिशप का बयान सभ्यता के सभी स्तरों को पार कर गया है।

उन्होंने कहा, इस तरह के बयानों से बचना चाहिए, विशेष रूप से धार्मिक नेताओं द्वारा, क्योंकि यह केवल परेशानी को बढ़ावा देने में मदद करता है। समय की आवश्यकता है कि धार्मिक नेता ऐसा होना चाहिए जो समाज में परेशानियों का सामना करने में मदद करे और जो हुआ सो हुआ और यह यहीं समाप्त होना चाहिए।

बिशप ने कोट्टायम जिले के कुरुविलंगाडु में एक चर्च समारोह में बोलते हुए कहा था, जहां भी हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है, नशीले पदार्थों का इस्तेमाल किया जा रहा है और यहीं कैथोलिक लड़कियां शिकार बनती हैं। इसकी मदद के लिए केरल में एक समूह है जो काम कर रहा है। इसे समझने की जरूरत है, बस यह विश्लेषण करने की जरूरत है कि अन्य धर्मों की महिलाएं आईएस शिविरों में कैसे पहुंचीं?

उन्होंने कहा, लव जिहाद के हिस्से के रूप में, महिलाओं का धर्मांतरण हो रहा है और कैथोलिक युवाओं द्वारा नशीली दवाओं का उपयोग बढ़ रहा है। इस सब में मदद करने के लिए एक समूह है और सभी को सावधान रहना चाहिए।

उन्होंने कहा कि केरल में लव जिहाद होने से इनकार करने का कोई भी प्रयास वास्तविकता से आंखें मूंद लेने जैसा है और निहित स्वार्थों द्वारा एक कारण से किया जा रहा है।

कल्लारंगट ने कहा, मुस्लिम विचारों को जबरदस्ती लाने की योजना चल रही है और सभी कैथोलिकों को इसके बारे में पता होना चाहिए और सतर्क रहना चाहिए।

--आईएएनएस

आरएचए/एएनएम

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